किसी भी हद तक जा सकता है पाक, सीमा पर नापाक हरकत जारी…
जम्मू- कश्मीर में सामान्य हालात और यूएन समेत अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग थलग पड़ा पाकिस्तान सीमा पर अपनी नापाक करतूत जारी रखेगा। भारतीय सेना केमुताबिक पाकिस्तान के पास कश्मीर मुद्दे को जिंदा रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। युद्ध के विकल्प को फिलहाल त्याग चुका पाकिस्तान घाटी में नए सिरे से उपद्रव की कोशिश में है। इसके लिए पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सीजफायर उल्लंघन कर ठंड शुरु होने से पहले ज्यादा से ज्यादा घुसपैठ कराने की फिराक में है। इसके लिए पाकिस्तान अफगानिस्तान सीमा से बड़ी संख्या में अपने सैनिक को भारत-पाक सीमा पर जमा कर रहा है। पाक सेना को मुंहतोड़ जबाव देने के साथ घुसपैठ रोकने के लिए भारतीय सेना ने कई स्तर पर तैयारी की है।
सेना सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान सिर्फ एलओसी पर ही नहीं बल्कि कश्मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्थान से लगे अंतराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से भी हड़कत करने की कोशिश में है। सेना की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पाक सेना और आईएसआई अलग से इस योजना पर काम कर रही है। फलस्वरुप रक्षा मंत्रालय और गृहमंत्रालय मिलकर आईबी पर खास इंतजाम कर रहे हैं। गौरतलब है कि आईबी पर सेना नहीं बल्कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) तैनात रहती है। नए इंतजाम के तहत सेना को भी बीएसएफ की मदद के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
सेना सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना के कोल्ड स्टार्ट सिद्धांत की वजह से पाकिस्तान सीधे युद्ध के विकल्प पर जाने से पहले दस बार सोंचेगा। संसद पर हमले के बाद तैयार की गई कोल्ड स्टार्ट सिद्धांत के तहत भारत किसी भी समय युद्ध की शुरुआत कर सकता है। इसके लिए सेना को बड़ी तैयारी की जरुरत नहीं। जबकि पाकिस्तान को इसके लिए सीमा पर बड़ा जमावड़ा करना होगा। लिहाजा पाकिस्तान खुले तौर पर युद्ध की बात करने से बचने की कोशिश कर रहा है।
अकबरुद्दीन ने की पाक पत्रकार की बोलती बंद
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बंद कमरे में कश्मीर मसले पर हुई बैठक के बाद दुनिया के सामने भारत का रुख स्पष्ट करने के बाद यूएन में भारतीय राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने मीडिया से चर्चा की। इस दौरान सवाल-जवाब हुए जिसमें तीन पाकिस्तानी पत्रकारों ने भारत-पाक रिश्तों पर तीखे सवाल किए।
तीसरे पत्रकार ने जैसे ही पूछा कि आप पाक से बातचीत कब शुरू करेंगे तो अकबरुद्दीन पोडियम से उतकर सवाल पूछने वाले से हाथ मिलाया और कहा, ‘सबसे पहले आपके पास आकर। आपसे हाथ मिलाकर करते हैं शुरुआत।’ अकबरुद्दीन ने पोडियम पर वापस जाते हुए कहा, ‘मैं आपको बताना चाहूंगा कि हम पहले ही दोस्ती का हाथ बढ़ा चुके हैं, ये कहते हुए कि हम शिमला समझौते पर प्रतिबद्ध हैं। हमें अब पाकिस्तान के उत्तर का इंतजार करना चाहिए।’
इमरान को ट्रंप की नसीहत- भारत से बातचीत कर मसला सुलझाएं
पाक पीएम इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर पर बुलाई गई गोपनीय बैठक से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर हुई बातचीत में मुंह की खाई है। ट्रंप ने स्पष्ट रूप से इमरान को कहा कि भारत-पाक के बीच तनाव कम करने के लिए वह अपनी तरफ से भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता करे।
इमरान की कोशिश संयुक्त राष्ट्र में बैठक से पहले ट्रंप को अपने पक्ष में करने की थी जिसे सिरे से खारिज कर दिया गया। व्हाइट हाउस के डिप्टी प्रेस सचिव होगन गिडले ने बयान जारी कर बताया कि ट्रंप ने खान से क्षेत्रीय विकास पर चर्चा करने के लिए बातचीत की। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाक पीएम को सलाह दी कि यदि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर भारत से तनाव कम करना चाहता है तो उसे द्विपक्षीय वार्ता की अहमियत समझनी होगी। इससे पहले इस्लामाबाद में पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पत्रकारों को बताया कि इमरान ने ट्रंप को कश्मीर के हालात व पाक की स्थिति से अवगत करा दिया है।