CHENNAI: इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले जा रहे पांचवें टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार को लंच तक अपनी पहली पारी में सात विकेट खोकर 352 रन बना लिए हैं।
दिन के पहले सत्र का खेल खत्म होने तक अपना पदार्पण मैच खेल रहे लियाम डॉसन (नाबाद 27) और आदिल राशिद (नाबाद 8) विकेट पर जमे हुए हैं। राशिद और डॉसन के बीच आठवें विकेट के लिए 31 रनों की साझेदारी हो चुकी है। इंग्लैंड ने दूसरे दिन के पहले सत्र में तीन विकेट गंवाते हुए 68 रन अपने खाते में जोड़े।
पहले दिन शुक्रवार के अपने स्कोर 284 रनों पर चार विकेट से आगे शनिवार को खेलने उतरी इंग्लैंड ने दिन के पहले ही ओवर में बेन स्टोक्स (6) का अहम विकेट गंवा दिया। इंग्लैंड के खाते में तीन रन ही जुड़े थे कि रविचन्द्रन अश्विन ने उन्हें विकेट के पीछे पार्थिव पटेल के हाथों कैच करा पवेलियन की राह दिखाई।
जोस बटलर (5) भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाए और 300 के कुल योग पर ईशांत शर्मा की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। शतक लगाने वाले मोइन अली (146) दूसरे छोर से रन बना रहे थे और टीम का स्कोरबोर्ड उन्हीं के भरोसे आगे बढ़ रहा था। लेकिन उमेश यादव की गेंद को सीमा पार भेजने के चक्कर में वह सीमारेखा पर रवींद्र जडेजा के हाथों लपके गए। अली जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 321 था।
अली ने अपनी पारी में 262 गेंदें खेलते हुए 13 चौके एवं एक छक्का लगाया। इंग्लैंड को इस स्कोर तक पहुंचाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। मैच के पहले दिन इंग्लैंड ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था, लेकिन केटान जेनिंग्स (1) और कप्तान एलिस्टर कुक (10) के विकेट जल्दी गिर जाने के बाद टीम संकट में थी।
अली ने यहां से जोए रूट (88) के साथ तीसरे विकेट के लिए 186 और फिर जॉनी बेयर्सटो (49) के साथ चौथे विकेट के लिए 86 रनों की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटकों से उबारते हुए मजबूती प्रदान की थी।
पहले दिन शुक्रवार के अपने स्कोर 284 रनों पर चार विकेट से आगे शनिवार को खेलने उतरी इंग्लैंड ने दिन के पहले ही ओवर में बेन स्टोक्स (6) का अहम विकेट गंवा दिया। इंग्लैंड के खाते में तीन रन ही जुड़े थे कि रविचन्द्रन अश्विन ने उन्हें विकेट के पीछे पार्थिव पटेल के हाथों कैच करा पवेलियन की राह दिखाई।
जोस बटलर (5) भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाए और 300 के कुल योग पर ईशांत शर्मा की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। शतक लगाने वाले मोइन अली (146) दूसरे छोर से रन बना रहे थे और टीम का स्कोरबोर्ड उन्हीं के भरोसे आगे बढ़ रहा था। लेकिन उमेश यादव की गेंद को सीमा पार भेजने के चक्कर में वह सीमारेखा पर रवींद्र जडेजा के हाथों लपके गए। अली जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 321 था।
अली ने अपनी पारी में 262 गेंदें खेलते हुए 13 चौके एवं एक छक्का लगाया। इंग्लैंड को इस स्कोर तक पहुंचाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। मैच के पहले दिन इंग्लैंड ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था, लेकिन केटान जेनिंग्स (1) और कप्तान एलिस्टर कुक (10) के विकेट जल्दी गिर जाने के बाद टीम संकट में थी।
अली ने यहां से जोए रूट (88) के साथ तीसरे विकेट के लिए 186 और फिर जॉनी बेयर्सटो (49) के साथ चौथे विकेट के लिए 86 रनों की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटकों से उबारते हुए मजबूती प्रदान की थी।