उज्जैन : व्यापमं घोटाले में एमबीबीएस छात्रा नम्रता डामोर की तीन साल पहले हुई मौत का रहस्य पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक होने के साथ और गहरा गया है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने कहा है कि नम्रता की मौत दम घुटने से हुई, संभवत: उसका मुंह, नाक और गला दबाया गया था। यह मामला दोबारा तब सामने आया है, जब टीवी पत्रकार अक्षय सिंह हाल ही में नम्रता के झाबुआ जिले के मेधनगर स्थित निवास पर उसके पिता का इंटरव्यू लेने पहुंचे थे, जहां सिंह की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। व्यापमं घोटाले के मास्टरमाइंड डॉक्टर जगदीश सागर की करीबी नम्रता का शव सात जनवरी 2012 को रेल पटरियों के समीप मिला था। पोस्टमार्टम करने वाले दल में शामिल डॉक्टर बी बी पुरोहित ने बुधवार को कहा कि हमने कहीं भी नम्रता द्वारा आत्महत्या करने की बात नहीं लिखी थी। नम्रता की मौत नाक, मुंह और गला एक साथ दबाने से हुई थी और उसके चेहरे पर तीन जगह नाखून से चोट के निशान थे। पुलिस ने पहले इस मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज किया था, लेकिन बाद में इसे दुर्घटना करार देकर केस बंद कर दिया गया था। नम्रता इंदौर के महात्मा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय की छात्रा थी और यह संदेह था कि उसने व्यापमं में प्रवेश कराने वाले गिरोह की मदद से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया था। उल्लेखनीय है कि टीवी पत्रकार अक्षय सिंह हाल ही में झाबुआ जिले के मेधनगर में नम्रता के घर पर उसके पिता का इंटरव्यू लेने पहुंचे थे, जहां उनकी रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। इसके बाद नम्रता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला फिर गरमा गया।