गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने अमेरिकी सांसदों के सवालों का दिया जवाब
सर्च इंजन गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुंदर पिचाई ने मंगलवार को डेटा चोरी और अन्य मुद्दों को लेकर अमेरिकी सांसदों के सवालों के जवाब दिए.
इस दौरान उन्होंने गूगल के सोशल नेटवर्किंग पोर्टल ‘गूगल प्लस’ से लोगों की निजी जानकारियों के लीक होने पर कंपनी द्वारा उठाये गए कदमों के बारे में बताया. इसके अलावा उन्होंने अमेरिकी सांसदों के उन सवालों का भी जवाब दिया, जिसमें पूछा गया था क्या वह चीन के बाजार में फिर से प्रवेश के लिए वहां की सरकार की मांगों को मान सकती है.
पिचाई मंगलवार को संसद की न्यायिक समिति के समक्ष पेश हुए. इससे पहले उन्होंने अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने में दूसरे देशों की सरकारों की भूमिका को लेकर बयान देने के लिए सीनेट की एक समिति के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था.
अक्टूबर में गूगल ने अपनी सोशल मीडिया वेबसाइट ‘गूगल प्लस’ को बंद करने का ऐलान किया था. कंपनी ने मार्च में इस वेबसाइट के जरिए लगभग पांच लाख लोगों की निजी सूचना के चोरी होने की बात सामने आने के बाद ये घोषणा की थी.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक खबर में कहा गया है कि गूगल ने तब जानबूझकर आंकड़ों में सेंध की खबर को सार्वजनिक नहीं किया. इसके पीछे उसका मकसद नियामकीय जांच से बचना और कंपनी की छवि को धूमिल होने से बचाना था. हालांकि यह मामला सामने आने के बाद सांसद डेटा की सुरक्षा में असफल रहने को लेकर गूगल का स्पष्टीकरण चाहते थे.
पिचाई ने मंगलवार को समिति के सामने अपने व्यक्तव्य में कहा, ‘हम अपने प्रोडक्ट्स को सुरक्षित बनाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. हमने उन्हें मानकों पर बनाये रखने के लिए नियंत्रण और संतुलन संबंधी कई कदम उठाये हैं.’