उत्तर प्रदेशराज्य

गोरखपुर में नदियां उफान पर, प्रशासन ने घोषित किया अलर्ट, कभी भी पार कर सकती हैं खतरे के निशान

गोरखपुर. रोहिन नदी ने त्रिमुहानी घाट पर एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर दिया है. वहीं राप्ती, सरयू और गोर्रा में उफान जारी है. ये नदियां भी कभी भी खतरे का निशान पार कर सकती हैं. इन नदियों के किनारे बसे गांवों के लोग डर गए हैं. इधर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. सम्बंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को सतर्क रहने को कहा है.

पहाड़ों पर तेज बारिश का असर अंचल में बहने वाली नदियों पर साफ दिख रहा है. जून माह में खतरे के निशान को पार कर नीचे हो चुकी रोहिन नदी फिर उफान पर है. रोहिन नदी ने गुरुवार की सुबह खतरे का निशान फिर पार कर दिया है. नदी का पानी किनारे के गांवों में फैलने लगा है. जिला प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में नावें लगाने को कहा है. वहीं राप्ती, सरयू और गोर्रा नदी का पानी भी तेजी से बढ़ रहा है. जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण एवं सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अधिकारियों का कहना है कि नदियों का पानी जिस गति से बढ़ रहा है उससे यह आशंका बढ़ गई है कि ये नदियां कभी भी खतरे के निशान को पार कर देंगी.

आपदा प्रबंधक अधिकारी गौतम गुप्ता ने बताया कि जिला प्रशासन ने बाढ़ बचाव एवं राहत कार्यों से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है. साथ ही यह निर्देश भी दिया है कि बाढ़ बचाव एवं राहत कार्यों के लिए जो भी जरूरी संसाधन हैं उन्हें इकट्ठा कर लिया जाए. जरूरत पड़ने पर प्रभावित लोगों को तत्काल मदद पहुंचाई जाए. सरयू, राप्ती और गोर्रा किनारे बसे गांव को अल्रर्ट कर दिया गया है. अलर गोला के जगदीशपुर वासियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए कागजी प्रक्रिया तैयार की जा रही है. 31 घरों को चिन्हित कर लिया गया है.

निपटने के लिए आपदा प्रबंधन से जो भी राहत कोष दिया जाता है वह सभी तैयार कर लिया गया है जल्द से जल्द उनको वितरित भी कर दिया जाएगा. जिला प्रशासन ने सभी 86 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है. बाढ़ चौकियों पर तैनात पुलिस कर्मियों, राजस्व कर्मियों, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को हर वक्त सतर्क रहने और आस-पास के गांवों के लोगों से सम्पर्क बनाए रखने के लिए कहा गया है. साथ ही यह भी कहा गया कि बाढ़ बचाव एवं राहत कार्य में आपदा मित्रों की मदद ली जाएगी.

नदियों का हाल
सरयू-अयोध्या पुल
खतरे का निशान : 92.73 आरएल मीटर.
उच्चतम जलस्तर : 94.01 आरएल मीटर.
वर्तमान स्थिति : 92.660 आरएल मीटर.

सरयू- तुर्तीपार
खतरे का निशान : 64.01 आरएल मीटर.
उच्चतम जलस्तर : 66.50 आरएल मीटर.
वर्तमान स्थिति : 63.90 आरएल मीटर.

राप्ती- बर्डघाट
खतरे का निशान : 74.98 आरएल मीटर.
उच्चतम जलस्तर : 77.54 आरएल मीटर.
वर्तमान स्थिति : 74.610 आरएल मीटर.

रोहिन-त्रिमुहानी घाट
खतरे का निशान : 82.44 आरएल मीटर.
उच्चतम जलस्तर : 85.43 आरएल मीटर.
वर्तमान स्थिति : 82.750 आरएल मीटर.

गोर्रा-पिंडरा
खतरे का निशान : 70.50 आरएल मीटर.
उच्चतम जलस्तर : 72.15 आरएल मीटर.
वर्तमान स्थिति : 69.600 आरएल मीटर.

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