पटना : बिहार विधानसभा चुनाव तक जनता परिवार के विलय पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है। इस मुद्दे पर दिल्ली में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने मीडिया को दिए बयान में साफ कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता परिवार का विलय नहीं होगा। उन्होंने जदयू और राजद को बिहार में अलग-अलग चुनाव चिन्ह पर गठबंधन में चुनाव लड़ने की सलाह दी है। उनके बयान के बाद समाचार चैनलों को दिए बयान में जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि विलय का जिम्मा मुलायम सिंह यादव पर छोड़ा गया था। उन्हीं के तहत सात सदस्यीय कमेटी भी बनी है। फिलहाल हम इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोलेंगे। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि अभी वह कुछ नहीं बोलेंगे। सोमवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के साथ मीडिया में अपनी बात कहेंगे।
वैसे रामगोपाल यादव के बयान पर अभी तक सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कुछ नहीं कहा है। वहीं जदयू के बिहार प्रदेश के प्रवक्ता अजय आलोक ने मीडिया से कहा कि विलय की घोषणा हो चुकी है। जनता परिवार में शामिल दलों के विलय के बाद बनने वाली पार्टी का अध्यक्ष भी मुलायम सिंह यादव ही हैं। लिहाजा इस मुद्दे पर कुछ भी बेहतर ढंग से वही कह सकते हैं। सूत्रों की मानें जनता परिवार के दलों के विलय की राह में कई बाधाएं हैं। इनमें प्रमुख है प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा। इसे लेकर जदयू और राजद के बीच किसी मान्य फार्मूले पर सहमति अब तक नहीं बन पा रही है। सूत्र बताते हैं कि हाल ही में दिल्ली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बीच सीटों को लेकर बातचीत हुई है।