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जल भराव के कारण शिव गुफा में स्थित 181 पिंडियों के अब नहीं होंगे दर्शन

siv हिमाचल प्रदेश के मंडी के सरौर स्थित शिव गुफा में विद्यमान पिंडियों के दर्शन नहीं हो सकेंगे। तत्तापानी के समीप प्राकृतिक शिव गुफा सरौर कौल बांध परियोजना में जल भराव के कारण पूरी तरह से जलमग्र हो गई है। इस गुफा में विद्यमान 181 छोटी-बड़ी पिंडियां मौजूद थीं जिनके दर्शनों के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते रहे हैं। जानकारी के अनुसार तत्तापानी पानी का जल स्तर बढ़ने से विशालकाय झील में तबदील हो गया तथा शिव गुफा सरौर भी उसी में सदा के लिए दफन हो गई। कुछ वर्षों पहले प्राकृतिक गर्म पानी के स्रोतों के लिए विख्यात तत्तापानी के समीप सरौर में 181 छोटी-बड़ी शिव पिंडियां उजागर हुईं। प्रदेश सरकार ने भी उक्त स्थल तक पहुंचने के लिए भरपूर प्रयास करके रास्ते का निर्माण करके शिव मंदिर का निर्माण किया। इसके बाद उक्त स्थान भी पर्यटन स्थल के तौर पर उभर आया। 800 मैगावाट की कोल बांध परियोजना निर्माण के चलते उक्त स्थल उसमें समाहित होने से हमेशा के लिए दफन हो जाएगा।कोल बांध परियोजना ने शिव मंदिर निर्माण के लिए 10 वर्ष पहले लगभग 15 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी। जिसका निर्माण कार्य का जिम्मा विकास खंड कार्यालय करसोग को सौंपा गया था। स्थानीय निवासियों तिलक राम, सुरेन्द्र व चिरंजी लाल ने बताया कि मंदिर में न तो हाल तथा न ही पुजारी के ठहरने एवं शौचालय का प्रावधान रखा गया है। लोगों का कहना है कि कई वर्षों से मंदिर निर्माण अधर में लटका है। एन.टी.पी.सी. तथा प्रशासन के आपसी तालमेल न होने के कारण मंदिर का निर्माण नहीं हो पा रहा है।

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