गुरुग्राम – दिल्ली से सटे गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशल स्कूल में 8 सितंबर यानी शुक्रवार के दिन 7 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई। इस मासूम का नाम प्रद्युम्न था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी बस कंडक्टर, बस ड्राईवर और स्कूल के ही स्टाफ को गिरफ्तार कर लिया। अभी तक कि रिपोर्ट के मुताबिक हत्या से पहले 7 साल के मासूम के साथ बस कंडक्टर ने यौन शोषण की कोशिश की और नाकाम होने पर उसने बच्चे की हत्या कर दी। लेकिन स्कूल में चाकू लेकर जाने जैसी कई बातें सवाल पैदा कर रही हैं।
क्या था पूरा मामला?
गुरुग्राम (पूराना गुड़गांव) के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितम्बर दिन शुक्रवार को दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले 7 साल के प्रद्युम्न कि हत्या कर दी गई। इस मामले में आरोपी बस कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया। बस कंडक्टर ने मासूम के साथ कुकर्म करने की कोशिश की। कुकर्म करने में नाकाम रहने के कारण उसकी गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने लोगों के सामने यह सवाल खड़ा कर दिया कि उनके बच्चे अब कहां सुरक्षित हैं। जिस स्कुल के भरोसे वो अपने बच्चों को छोड़ रहे हैं वो कितने सुरक्षित बचे हैं। फिलहाल इस मामले ने पुलिस और प्रशासन के होश उड़ा दिए हैं। इस तरह से एक मासूम कि हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
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कैसे थे प्रद्युम्न के आखिरी 10 मिनट?
प्रद्युम्न के पिता वरूण ठाकुर ने सुबह 7:55 बजे उसे स्कूल छोड़ा। प्रद्युम्न को स्कुल छ़ोडने के तुरंत बाद वरूण ठाकुर वहां से चले गए। प्रद्युम्न ने स्कूल रिसेप्शन से एंट्री करने के बजाय बस स्टॉप वाले दरवाजे से एंट्री किया। थोड़ी ही देर में 8 बजे प्रद्युम्न टॉयलेट गया, जहां करीब 8:02 से 8:03 मिनट के बीच उसका कत्ल कर दिया गया। करीब 5 मिनट तक वह वहीं पड़ा रहा। 8:08 मिनट पर उसे अस्पताल पहुंचाया गया। 8:10 मिनट पर उसके परिवार वालों को इस बात कि जानकारी दी गई। लेकिन यहां चौकाने वाली बात है कि आरोपी कंडक्टर ने ही प्रद्युम्न को मेडिकल रुम तक लाया। आरोपी कंडक्टर प्रद्युम्न के साथ-सात अस्पताल तक आया था। पुलिस के दबाव में कंडक्टर अशोक ने 2 घंटे में ही अपना गुनाह कबूल कर लिया।
अशोक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया
रेयान इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार को कक्षा दो में पढ़ने वाले 7 साल के प्रद्युम्न के साथ कुकर्म करने की कोशिश की। कुकर्म में नाकाम होने के बाद उसकी गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में बस कंडक्टर अशोक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल को भी सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपी अशोक ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया है कि, आरोपी अशोक ने अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा – मैं बच्चों के टॉयलेट में गलत काम कर रहा था। तभी वह बच्चा आ गया और उसने मुझे ये करते देख लिया। वह शोर मचाने लगा तो मैंने उसे दो बार चाकू से मारा और उसका गला रेत दिया। उसने आगे कहा कि – मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। मैं गलत काम करना चाहता था। हालांकि हत्या में और भी लोगों के शामिल होने की आशंका बताई जा रही है।