उत्तराखंडदस्तक-विशेषराजनीति

ज्यादा जोगी मठ उजाड़

दस्तक ब्यूूरो
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने भी सत्ता परिवर्तन के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है। यहां पर उन्होंने पिछले एक माह में ताबड़तोड़ परिवर्तन रैलियां निकालकर जहां केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जनता के समक्ष रखा, वहीं प्रदेश सरकार कोभ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। हालांकि भाजपा के समक्ष सबसे बड़ी परेशानी यही है कि उसके यहां ज्यादा जोगी मठ उजाड़ वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। उसके पास कहने को तो मुख्यमंत्री के एक दर्जन से अधिक चेहरे हैं, लेकिन वे किसी एक को आगे करने का साहस नहीं कर पा रही है। इसकी वजह यही है कि दिल्ली में जिस प्रकार से किरण बेदी को सीएम का चेहरा बनाकर चुनाव लड़ा और वर्ष 2012 में उत्तराखंड में खंडूड़ी है जरूरी नारा दिया, दोनों ही ऐसे मामले हैं जहां खुद सीएम का चेहरा ही चुनाव हार गए। पार्टी अब इससे सबक लेना चाहती है। हाल ही भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने साफ कहा कि पांचों राज्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही चुनाव में चेहरा रहेंगे। यानि साफ है कि उत्तराखंड में भी किसी को सीएम प्रोजेक्ट नहीं किया जाएगा। ऐसे में एक दर्जन सीएम के उम्मीदवारों के चलते पार्टी के सामने यह दिक्कत है कि किसी एक को आगे करने पर पार्टी को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा राज्य में उसकी गुटबाजी पर भी पूर्ण विराम नहीं लग पा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भले ही अपेक्षा से अधिक भीड़ उमड़ी हो, लेकिन नेताओं की गुटबाजी का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है।
इन सब के बीच भारतीय जनता पार्टी की चुनावी तैयारियों की बात करें तो पिछले एक माह में पार्टी ने पूरे प्रदेश में परिवर्तन रैलियां निकाली। इन रैलियों में केंद्र सरकार के एक आधा दर्जन करीब मंत्रियों समेत राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत कर चुके हैं। नरेंद्र मोदी ने देहरादून में ऑल वीदर रोड के शिलान्यास के बाद परेड ग्राउंड में भाजपा की परिवर्तन महारैली में विशाल जनसभा को संबोधित किया। इसमें प्रधानमंत्री के निशाने पर मुख्यमंत्री हरीश रावत व राज्य सरकार ही रही। उन्होंने आपदा के पुनर्निर्माण के दौरान घोटाले का जिक्र किया, लेकिन मंच पर मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा वहां पर मौजूद रहे। यही कारण रहा कि कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री आपदा निर्माण घोटाले का जिक्र करते रहे और उसके गुनाहगार उनके बराबर में मौजूद रहे। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने पहाड़ की जवानी व पहाड़ के पानी का जिक्र कर पलायन रोकने की भी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार में ऑल वीदर रोड प्रोजेक्ट 12 हजार करोड़ की परियोजना से हजारों हाथों को काम मिलेगा। इस सड़क के बनने से यात्रा मार्ग सुगम होने से पर्यटन व्यवसाय भी बढ़ेगा। वहीं उन्होंने खुद को पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर उत्तराखंड में बिताए समय को याद करते हुए बताया कि यहां की हर परेशानी से वे भलीभांति रूबरू हैं। यहां की गरीब महिलाएं गीली लकड़ियों को चूल्हे में जलाकर खाना बनाती हैं, जिससे एक दिन में चार सौ सिगरेट के बराबर धुआं उनके फेफड़ों में जाता है। इस परेशानी को देखते हुए केंद्र सरकार ने उत्तराखंड में छह करोड़ गरीब महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनके कैबिनेट के सहयोगी धर्मेंद्र प्रधान ने गरीब परिवारों को सिलेंडर देकर पुण्य कमाया, जबकि कांग्रेस के समय में केवल उनको ही गैस कनेक्शन मिलता था जिनके लिए नेता सिफारिश करा करते थे। लोग गैस सिलेंडर के लिए सुबह से लाइन में खड़े होते थे, जबकि उनकी सरकार ने इसे समाप्त कर दिया। इसके इतर भाजपा की परिवर्तन रैलियों से यह भी स्पष्ट हो गया है कि उनके चुनाव में कौन-कौन से मुद्दे रहेंगे। साफ है कि जिन मुद्दों को परिवर्तन रैलियों के जरिये उठाया गया, यही आगे भी रहेंगे।
प्रधानमंत्री ने यह बात भी उठाई कि प्रदेश के हर परिवार से सेना का जवान है। पूर्व सैनिकों की चालीस साल पुरानी ओआरओपी की मांग को उनकी सरकार ने पूरा किया है। साफ है कि सरकार उज्ज्वला योजना व पूर्व सैनिकों को ओआरओपी के मुद्दों को चुनाव में पूरी तरह से उठाएगी। इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंड राज्य को अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय निर्माण हुआ था। इसके लिए भाजपा ने नारा दिया कि अटल ने अलग राज्य दिया, अब मोदी उसे उत्तम बनाएंगे। इस नारे को भी प्रमुखता से उठाएंगे। यानि भाजपा का भी रोडमैप तैयार हो चुका है। यही कारण है कि मोदी ने अपनी खुद की रैली से पूर्व आधा दर्जन कैबिनेट सहयोगियों को उत्तराखंड में भेजकर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री की रैली के लिए भी केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधानमंत्री चार दिन से उत्तराखंड में दौरे पर रहे। इस दौरान हरिद्वार व देहरादून में रहकर उन्होंने रैली को सफल बनाने के लिए तैयारियां कराई। अब भाजपा पूरी तैयारी में जुटी है, हालांकि सीएम का चेहरा न होने से उसको दिक्कतें तो आ ही सकती हैं।
दो साल में हर घर में होगा एलपीजी कनेक्शन
केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि प्रदेश के हर घर में अगले दो साल में एलपीजी गैस कनेक्शन की सौगात मिल जाएगी। केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना में अभी तक दो साल में एक लाख परिवारों को गैस कनेक्शन की सुविधा मिल गई है, जबकि पूर्व कांग्रेसी सरकारों ने 50 साल तक यह काम नहीं कर पाए। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रधान हाल ही प्रेम नगर आश्रम में भारत पेट्रोलियम, गेल व हरिद्वार नेचुरल गैस प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित प्राकृतिक गैस जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बातें कही। उन्होंने कहा उत्तराखंड की नैसर्गिक संपदा से आज पूरा उत्तर भारत सांस ले रहा है। उन्होंने कहा कि चिपको आंदोलन में पेड़ों के कटान रोकने, वन संपदा के संरक्षण पर जोर था। प्रधानमंत्राी नरेंद्र मोदी भी इसी सोच को आगे बढ़ा रहे हैं। उत्तराखंड की महिलाओं को ठंड व बारिश में लकड़ी व उपले लाने में घोर कष्ट सहना पड़ता है। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के इस दुख को कम करने के लिए उज्ज्वला योजना के तहत हर घर को गैस सिलेंडर कनेक्शन देने का निर्णय लिया है। इसके अलावा हरिद्वार में नेचुरल गैस पाइप लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। अगले साल मार्च में प्रेमनगर आश्रम पहला कनेक्शनधारी होगा।

Related Articles

Back to top button