अपने पैसे का अच्छा इस्तेमाल करने के लिए एक अच्छी फाइनेंशियल प्लानिंग का होना बहुत जरूरी है। लेकिन जल्दबाजी में कहीं भी निवेश करने से बचें। करियर की शुरुआत करने के बाद युवाओं को इस बात की चिंता रहती है कि फाइनेंशियली मजबूत कैसे बनें? कई बार ज्यादा रिटर्न पाने के लोभ में वे दलाल की बातों में आकर गलत जगह भी निवेश कर देते हैं, जिसका खामियाजा भी उनको भुगतना पड़ता है। अगर आप युवा हैं, तो अपने पैसे का अच्छी तरह से इस्तेमाल करना आना चाहिए, ताकि भविष्य में वह पैसा आपके लिए फायदेमंद साबित हो सके।
चुनें निवेश का आसान तरीका
मासिक आमदनी का कम-से-कम 20 फीसदी हिस्सा बचाने का लक्ष्य रखें और इस लक्ष्य को बीच में छोड़ें नहीं। इसके लिए आप रेकरिंग डिपोजिट, म्यूचुअल फंड एसआईपी, पीपीएफ आदि कोई भी तरीका अपना सकती हैं। मगर कहीं भी निवेश करने से पहले इनके फायदे-नुकसान जरूर समझें। निवेश का आसान तरीका अपनाएं। ज्यादा रिटर्न पाने की लालच में कोई बड़ा जोखिम न लें।
ज्यादातर लोग यही समझते हैं कि बीमा पॉलिसी लेकर टैक्स बचाया जा सकता है। बेशक आप बीमा पॉलिसी लें, लेकिन जोखिम कवर करने के लिए। उसमें अपना फायदा देखें, फिर कोई प्लान लें। टैक्स सेविंग को ध्यान में रखते हुए फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स में निवेश करने की बजाय अपने मकसद को केंद्र में रखकर ही युवाओं को निवेश करना चाहिए। टैक्स की बचत अपने-आप हो जाएगी।
टालने की प्रवृत्ति ठीक नहीं
युवा निवेशक होने के नाते मुद्रा बाजार में आपको हमेशा अपने पैसे के फैसले पर तेज और चौंकन्ना रहना पड़ता है, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव बहुत सहज है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि नुकसान होने पर आप अपने प्लान को बिना मियाद पूरी हुए ही छोड़ दें। अगर आपने कोई प्लान लिया है, जो उसे जारी रखें। निश्चित समय पर प्रीमियम भरें और अपने पैसे पर नजर बनाए रखें। और हां, कोई भी प्लान लेने से पहले उसके बारे में पूरी जांच-पड़ताल कर लें।
उचित शोध के बाद यदि आपने एक अच्छा निवेश प्लान अपने लिए चुना है, तो इस पर शीघ्र कार्य करना बहुत जरूरी है। युवा निवेशकों को पैसे के प्रबंधन में कम अनुभव होता है। परिणामस्वरूप वे अक्सर इस बात पर ध्यान केन्द्रित करते हैं कि वर्तमान में उनके धन का लाभ कैसे हो सकता है? बिना किसी लाभदायक दीर्घकालिक लक्ष्य पर ध्यान दिए ही वे कोई प्लान ले लेते हैं। जिसका उन्हें नुकसान भी होता है। इसलिए दूर की सोचते हुए ऐसा प्लान लें, जो आपकी भविष्य की जरूरतों को पूरा करे। ज्यादातर युवा अपनी सेविंग्स का एक बड़ा हिस्सा किसी भी फाइनेंशियल प्रोडक्ट में लगा देते हैं। जो गलत है। सभी जगह थोड़ा-थोड़ा निवेश करें, इससे जोखिम से बचे रहेंगे। आज की पीढ़ी अपनी सेहत पर ध्यान तो देती है, लेकिन इंश्योरेंस को गंभीरता से नहीं लेते हैं। आजकल जितनी तेजी से हेल्थ का खर्च बढ़ रहा है। उसके लिए जरूरी है कि आप खुद और अपने परिवार को हेल्थ इंश्योरेंस का कवर दें। आजकल सभी कंपनियां अपने कर्मचारी को ग्रुप हेल्थ प्लान में जोड़ती है। लेकिन अच्छा होगा कि आप खुद का भी एक अलग प्लान लें। ये आपका टैक्स भी बचाएगा।