तमिलनाडु: यह दावा चेन्नई के अरप्पोर इयक्कम एनजीओ की रिपोर्ट में किया गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि तमिलनाडु के छह अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हुई मौतों का आंकड़ा राज्य सरकार की ओर से जारी आंकड़ों से 8.4 से 9.8 गुना ज्यादा हो सकता है। इस एनजीओ का उद्देश्य पारदर्शी और जवाबदेश सरकार सुनिश्चित करना है।
मंगलवार को जारी हुई इस रिपोर्ट मे अरप्पोर इयक्कम ने तमिलनाडु के छह अस्तालों में हुई मौतों के आंकड़ों का विश्लेषण किया। इसमें पाया गया कि पिछले तीन सालों के मुकाबले अप्रैल और मई में मौतों का आंकड़ा बहुत बढ़ गया था। रिपोर्ट के अनुसार, ‘इन छह अस्पतालों में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 8.4 से 9.8 गुना तक अधिक हो सकती है।’
एनजीओ के संस्थापक जयराम वेंकटेशन ने कहा, ‘इस समयावधि में मौतों की संख्या में इतनी ज्यादा वृद्धि के पीछे कोविड-19 के अलावा कोई और कारण नहीं हो सकता।’ बता दें कि तमिलनाडु में इस साल अप्रैल और मई में 12,943 लोगों की मौत हुई है। अगर इस रिपोर्ट को सही माना जाए तो यह संख्या एक लाख 26 हजार 841 तक जा सकती है।
ये अस्पताल मदुरै स्थित राजाजी अस्पताल, कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, त्रिची स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, वेल्लोर मेडिकल कॉलेज, करुर स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और गवर्नमेंट हॉस्पिटल हेडक्वार्टर्स तिरुप्पुर हैं। रिपोर्ट में जनवरी से मई तक 2019, 2020, 2021 का डाटा उपयोग किया गया है।