धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा- मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में है ओडिशा के लोगो की की अहम भूमिका
मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में ओडिशा के लोगों ने भी अपनी बड़ी भूमिका निभाई है। यह बात केन्द्र मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने बीजेपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव के लिए पार्टी की तरफ से आयोजित एक चुनावी सभा में कही है।
भाजपा की ओर से शुक्रवार को प्रचार करने पहुंचे केन्द्र मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने बरगड़ गाइसिलट में आयोजित चुनावी सभा को सम्बोधित करते सीधे मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उनसे कई सवाल पूछ डाले। धर्मेन्द्र प्रधान ने सवाल किया है कि बीजेपुर से मुख्यमंत्री खुद चुनाव जीतने में सफल हुए तो यह सीट उन्होंने क्यों छोड़ दी। उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक हिंजली एवं बीजेपुर दो जगह से चुनाव जीते है तो उप-चुनाव बीजेपुर में क्यों हो रहा है। सीएम ने क्यों नही हिंजली सीट छोड़ी तथा हिंजली में क्यों उप-चुनाव नहीं हो रहा है।
केन्द्र मंत्री ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि जब मुख्यमंत्री ने बीजेपुर के जनता को आश्वासन दिया था कि मैं यहां के विकास का उत्तरदायित्व लेने वाला हूं पर यह सीट उन्होंने क्यों छोड दी। गाईसीलट में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए केन्द्र मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि बीजेपुर की जनता ने बडे अंतर से मुख्यमंत्री को जीताकर विधायक बनाया था तो सीएम ने यहां के लोगों का साथ क्यों छोड़ दिया। उन्होंने सरकार की कालिया योजना को लेकर भी सवाल खड़ा किया। केन्द्रमंत्री ने कहा कि कालिया योजना के नाम पर किसानों से छल किया गया है। वास्तव में जो किसान नहीं हैं उन्हें कालिया योजना का लाभ मिला और जो वास्तविक लाभार्थी होने चाहिए वे इस योजना से वंचित रह गये। केन्द्रमंत्री ने कहा कि बीजेपुर के लोगों ने नवीन पटनायक को वोट देकर गलती की है।
उधर शासक दल के मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने दृढोक्ति जताते हुए कहा है कि बीजेपुर का चुनाव बीजद जीतने वाली है। उन्होंने कहा कि हम 35 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीतने जा रहे हैं। केन्द्रीय मंत्रियों के चुनाव प्रचार से भाजपा को विशेष फायदा मिलने वाला नहीं है। पिछले चुनाव में मुख्यमंत्री को 1 लाख 10 हजार से ज्यादा मत प्राप्त हुआ था और जीत का अंतर 57 हजार का था। जबकि भाजपा प्रत्याशी सनत गडतिया को 53 हजार से अधिक वोट मिले थे।
यहां उल्लेखनीय है कि शासक बीजू जनता दल के लिए बीजेपुर का उप-चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है जबकि विपक्षी इस सीट पर अपना दमखम दिखाने के प्रयास में जुट गये हैं। ऐसे में इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए मुख्य रूप से भाजपा एवं बीजद के नेताओं ने पूरा दमखल लगा दिया है।