पाकिस्तानी सेना प्रमुख से गले मिले सिद्धू, और पाक राष्ट्रपति के साथ बाते करते आए नजर
इमरान खान ने पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। उनके शपथग्रहण समरोह में हिस्सा लेने के लिए भारत से पूर्व क्रिकेटर और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पहुंचे । समारोह में पहुंचे सिद्धू ने पाकिस्तानी सेना के चीफ कमर जावेद बाजवा के गले लगे। समारोह के दौरान उन्हें पीओके यानि पाक अधिकृत कश्मीर के प्रेसिडेंट मसूद खान के बगल में बैठाया गया। भारत और पाक के बीच पीओके को लेकर काफी सालों से विवाद जारी है। पीओके को भारत सरकार मान्यता नहीं देती है। सिद्धू के बाजवा से गले मिलने की देश में तीखी आलोचना हो रही है।
सिद्धू ने बाजवा को गले लगाकर अपनी पार्टी कांग्रेस को असहज कर दिया है। उनका ऐसा करना कांग्रेस के एक प्रवक्ता को पसंद नहीं आया। प्रवक्ता राशिद अल्वी ने एक चैनल पर कहा, ‘यदि वह मुझसे सलाह लेते तो मैं उनको पाकिस्तान जाने से मना करता। वह दोस्ती के नाते गए हैं, लेकिन दोस्ती देश से बड़ी नहीं है। सीमा पर हमारे जवान मारे जा रहे हैं और ऐसे में पाकिस्तान सेना के चीफ को सिद्धू का गले लगाना गलत संदेश देता है। भारत सरकार को उन्हें पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी। भारत सरकार की सहमति से वह पाकिस्तान गए हैं।’
इमरान खान ने फोन पर सिद्धू को अपने शपथग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया था। जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए पड़ोसी देश जाने का निर्णय लिया। हालांकि उनकी इस यात्रा का भारत में काफी विरोध हुआ था। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि जो पाकिस्तान जाएगा उसे गद्दार कहा जाएगा। इसके बावजूद वह समारोह में हिस्सा लेने गए। सिद्धू के अलावा भारतीय क्रिकेट के पूर्व खिलाड़ी कपिल देव और सुनील गावस्कर को भी आमंत्रण भेजा गया था जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था। हालांकि सिद्धू का कहना था कि वह अमन चैन का संदेश लेकर पड़ोसी मुल्क गए हैं। उनका यह भी कहना था कि जोड़ने वाले का कद हमेशा बड़ा होता है।