रायपुर.छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (पीएससी) 2016 की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को हुई। एक्सपर्ट्स और कैंडिडेट्स के अनुसार जीएस का पेपर औसत रहा। जबकि सी-सेट के क्वेश्चंस मैथ कैंडिडेट्स के फेवर में रहे। जीएस के पेपर में छत्तीसगढ़ से संबंधित 50 से ज्यादा प्रश्न पूछे गए, जो औसत थे। सी-सेट में एक ऐसा सवाल था जिसे पढ़कर ज्यादातर कैंडिडेट कंफ्यूज हुए। पूछा गया कि साला और जमाता को छत्तीसगढ़ी में क्या कहते हैं?
इसके जवाब में पांच ऑप्शन जांवर-जियर, सारा-जांवर, जिनगी-जीव, जुन्ना-नवा और इनमें से कोई नहीं दिया गया था। कैंडिडेट पहले इस सवाल को कई बार पढ़कर समझते रहे। साला शब्द सभी के लिए कॉमन था, लेकिन हजारों कैंडिडेट ऐसे थे जो जमाता शब्द से पूरी तरह अंजान थे। असल में जमाता का अर्थ दामाद होता है। छत्तीसगढ़ी में दामाद को जांवर कहा जाता है। इस सवाल का सही जवाब सारा जांवर है। शहर के 45 एग्जाम सेंटर में हुई इस परीक्षा में 16 हजार कैंडिडेट्स शामिल हुए। एग्जाम का मॉडल आंसर इसी हफ्ते जारी कर दिया जाएगा। मेंस 19 मई से शुरू होगा।
कम्यूनिकेशन स्किल और डिसीजन मेकिंग गायब
छग पीएससी में सी-सेट लागू होने के बाद से ऐसा पहली बार देखा गया कि इस साल डिसीजन मेकिंग और कम्यूनिकेशन स्किल्स से एक भी क्वेश्चन नहीं पूछे गए। पेसेज में इंटरपर्सनल स्किल्स से जुड़े छह सवाल पूछे गए। लेकिन इसे हिन्दी का पार्ट माना जाता है। पीएससी एक्सपर्ट के अनुसार इस साल का पेपर पिछले साल से थोड़ा टफ था। जीएस में 40 से ज्यादा क्वेश्चन वन लाइनर थे। इसी तरह सी-सेट में 70 से ज्यादा प्रश्न मैथ और रीजनिंग से जुड़े पूछे गए।
सिटिंग अरेंजमेंट के क्वेश्चन पर कइयों को रहा डाउट
सी-सेट में सिटिंग अरेजमेंट का क्वेश्चन पूछा गया। इसमें दी गई जानकारी के आधार पर 5 क्वेश्चन का आंसर देना था। कैंडिडेट्स बताते हैं कि दी गई जानकारी के चौथे ऑप्शन पर डाउट है। कई बार मिलाने पर भी सिटिंग अरेजमेंट का इक्वेशन सही नहीं बैठा। कुछ ने चौथे नंबर की इंफॉर्मेशन गलत होने की बात भी कही। अगर ऐसा हुआ तो पीएससी को 5 क्वेश्चन विलोपित करने होंगे। हालांकि अभी मॉडल आंसर का इंतजार है। कैंडिडेंट्स के अनुसार जीएस पेपर में करंट इश्यू जैसे नोटबंदी, सर्जिकल स्ट्राइक, कैशलेस इंडिया के बारे में एक भी क्वेश्चन नहीं पूछा गया। स्पोर्ट्स से भी सिर्फ एक क्वेश्चन पूछा गया।