फर्जी डिग्री मामले में फंसे तोमर को लेकर एक और बड़ा खुलासा
नई दिल्ली: फर्जी डिग्री मामले में फंसे दिल्ली के पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। तोमर ने अवध यूनिवर्सिटी की बीएससी की डिग्री मात्र छह हजार रुपये में ली थी। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक खुद तोमर ने इसका खुलासा किया है। अधिकारी ने बताया कि जब तोमर ग्रेजुएशन नहीं कर पाया तो इसके बदले में उन्होंने फर्जी डिग्री को ही खरीदना उचित समझा। दिल्ली पुलिस की एक टीम ने बृहस्पतिवार को रोहिणी स्थित यूनिवर्सल कोचिंग इंस्टीट्यूट में छापेमारी की थी। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार यूनिवर्सल इंस्टीट्यूट में काफी देर छापेमारी चली थी और वहां कागजात की छानबीन की थी। हालांकि पुलिस को यहां कोई कागजात नहीं मिला है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दावा किया है कि यूनिवर्सल इंस्टीट्यूट में पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की हिस्सेदारी है। संभवत: राजधानी के कॉलेजों में पास न होने के बाद उसने फर्जी डिग्री की ओर रुख किया। भाई आरपीएस तोमर व कुछ जानकारों ने बोला था कि उसे पढऩे की क्या जरूरत है उसे ऐसे ही डिग्री दिला देते हैं। इसके बाद उसे अवध यूनिवर्सिटी की बीएससी की डिग्री दी गई। हालांकि तोमर ने ये नहीं बताया कि पैसे उसने दिए थे या उसके भाई ने दिए थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार इसके स्वर्गीय भाई आरपीएस तोमर का अवध यूनिवर्सिटी में जानकार था। इस जानकार के जरिये उसने बीएससी की डिग्री ली थी। आपको बता दें कि अवध यूनिवर्सिटी में तोमर से दिल्ली पुलिस ने करीब 4 घंटे की पूछताछ की थी। तोमर की जिस बीएससी डिग्री को लेकर शंका जाहिर की जा रही थी, वह डिग्री फर्जी निकली क्योंकि तोमर की इस डिग्री पर फर्जी सिग्रेचर किए गए थे।