फलियों वाले खाद्य पदार्थ से कम होता है मधुमेह का खतरा
वैज्ञानिकों का कहना है कि दाल, चना, सेम और मटर खाने से आप मधुमेह जैसी बीमारी को 35 प्रतिशत बढ़ने का खतरा कम कर सकते हैं। स्पेन के तरागोना विश्वविद्यालय में रोविरा विरली के मानव पोषण इकाई के शोधकर्ताओं ने पूर्व अध्ययन से परिणाम देखे।
उन्होंने नॉन-सोया फ्राइम्स जैसे सेम, मटर, और कुछ बीज पर ध्यान केंद्रित किया और लेज्यूमस को दुसरे प्रोटीन और कार्बोहायड्रेट से समृद्ध फूड्स की जगह रिप्लेस कर के बिमारी के विकास पर प्रभाव का मूल्यांकन किया। उन्होंने प्रीडाइम्ड अध्ययन की शुरुआत में टाइप 2 मधुमेह के बिना हृदय रोग के उच्च जोखिम पर विश्लेषण के लिए 3,300 से अधिक प्रतिभागियों का विश्लेषण किया।
चार वर्षों के फॉलो-अप के बाद परिणाम बताते हैं कि कुल लेज्यूमस की कम खपत वाले व्यक्तियों की तुलना में, उच्च उपभोग वाले व्यक्तियों में टाइप 2 डायबिटीज के विकास का 35 प्रतिशत कम जोखिम था. कम खपत को प्रति सप्ताह 1.5 सर्विंग्स के रूप में मापा गया था और उच्च उपभोग प्रति सप्ताह 3.35 सर्विंग्स था। लेज्यूमस एक खाद्य समूह है जो कि विटामिन बी से समृद्ध है और इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे कई लाभकारी खनिज भी पाए जाते हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि इन अद्वितीय पौष्टिक गुणों के कारण, नियमित रूप से फलियां खाने से मानव स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।