स्वास्थ्य

पथरी को 5 दिनों में बाहर निकाल देगी ये चीज, जानिए सेवन का सही तरीका

आजकल की इस भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में हर कोई अपने खानपान पर ध्यान नहीं दे पाता है जिसकी वजह से उसे कई तरह की स्वास्थ संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती है। वहीं आपको बता दें कि अगर व्यक्ति खानपान में लापरवाही करता है तो सबसे पहले उसे किडनी स्टोन यानी की गुर्दे की पथरी जैसी बिमारी का सामना करना पड़ता है जिसका दर्द काफी असहनीय होता है। यही कारण है कि आजकल पथरी के मरीजों की तादात लगातार बढ़ती जा रही है।

ये बात तो सच है कि गुर्दे की पथरी दर्द को सहन करना काफी मुश्किल होता है इसके साथ ही साथ ये कई सारी परेशानियों को भी न्यौता देती है लेकिन पथरी होने से पहले हमारा शरीर कई संकेत देने लगता है जिन्हें हम लोग अक्सर नजरअंदाज करके बैठ जाते है। गलत खान-पान व जरुरत से कम पानी पीना किडनी की पथरी का अहम कारण है। इसमें दर्द के साथ जी मिचलाने तथा उल्टी की शिकायत भी हो सकती है। यदि मूत्र संबंधी प्रणाली के किसी भाग में संक्रमण है तो इसके लक्षणों में बुखार, कंपकंपी, पसीना आना, पेशाब आने के साथ-साथ दर्द होना आदि भी शामिल हो सकते हैं मूत्र में रक्त भी आ सकता है। तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं

आज हम आपको बताएंगे कि आखिर वो कौन सी चीज है जिसके सेवन से आप पथरी को आसानी से खत्म कर सकते हैं, तो आइए जानते हैं जरूर खाएं ये 1 चीज.. सबसे पहले तो ये बता दें कि आयुर्वेद में किडनी की पथरी में सबसे ज्यादा फायदेमंद कुलथी को माना जाता है जी हां बताते चलें कि कुलथी वात एवं कफ का शमन करती है और शरीर में उसका संचय रोकती है। कुल्थी में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पथरी को तोड़ने में मदद करती है और तो और ये पथरी बनने की प्रवृत्ति और पुनरावृत्ति रोकती है। इसके अतिरिक्त यह यकृत व पलीहा के दोष में लाभदायक है। मोटापा भी दूर होता है।

ऐसे करें इस्तेमाल

घर पर 250 ग्राम कुल्थी कंकड़-पत्थर निकाल कर साफ कर लें। रात में तीन लिटर पानी में भिगो दें। हर सुबह भीगी हुई कुल्थी उसी पानी सहित धीमी आग पर चार घंटे पकाएं। जब एक लिटर पानी रह जाए (जो काले चनों के सूप की तरह होता है) तब नीचे उतार लें। फिर तीस ग्राम से पचास ग्राम देशी घी का उसमें छोंक लगाएं। छोंक में थोड़ा-सा सेंधा नमक, काली मिर्च, जीरा, हल्दी डाल सकते हैं। पथरीनाशक औषधि तैयार है।

प्रयोग विधि

आपको बता दें कि दिन में कम-से-कम एक बार दोपहर के भोजन के स्थान पर यह सारा सूप पी जाएं। 250 ग्राम पानी अवश्य पिएं। एक-दो सप्ताह में गुर्दे तथा मूत्राशय की पथरी गल कर बिना ऑपरेशन के बाहर आ जाती है, लगातार सेवन करते रहना राहत देता है।

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