बिजली के लिए मचा हाहाकार
भागलपुर : गर्मी बढ़ते ही शहर की बिजली व्यवस्था चरमरा गई। बीईडीसीपीएल की अघोषित बिजली कटौती के कारण बुधवार को उमस भरी गर्मी ने परेशान कर दिया। चारों तरफ हाहाकार की स्थिति बन गई। बिजली कंपनी के दफ्तर और उसके कॉल सेंटर में लोग फोन करते रहे लेकिन किसी ने बिजली कटौती की सही जानकारी नहीं दी। नतीजतन, कई इलाकों में लोग पानी के लिए तरस गए।
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कंपनी के इसी रवैये के कारण विद्युत बोर्ड ने कंपनी का एकरारनामा रद करने की चेतावनी दी तब कंपनी ने आपूर्ति में कुछ सुधार किया। चार दिन में ही बिजली आपूर्ति पुरानी स्थिति में लौट आई। कटौती के आड़ में कंपनी के अधिकारी विद्युत उपकरणों में गड़बड़ी और फेज उड़ने के नाम पर खुद को बचाते रहे। तिलकामांझी में ट्रांसफार्मर बदलने के नाम पर मायागंज उपकेंद्र से जुड़े इलाकों की चार घंटे से ज्यादा बिजली कटौती की गई। ट्रिपिंग के कारण नाथनगर उपकेंद्र से जुड़े सभी इलाकों की चार-पांच घंटे बिजली आपूर्ति बाधित कर दी। शहर के अधिकांश फीडर विक्रमशिला, मिरजानहाट, मोजाहिदपुर, हबीबपुर, बरारी से बिजली आपूर्ति की व्यवस्था ध्वस्त रही। मिरजानहाट व विक्रमशिला फीडर से जब आपूर्ति शुरू हुई तो लो वोल्टेज के कारण पानी की समस्या खड़ी हो गई। स्थिति यह हो गई कई इलाके में लोगों को बोतलबंद पानी का सहारा लेना पड़ा।
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कंपनी की इसी आपूर्ति व्यवस्था के कारण बीते 9 तारीख को उर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक (सीएमडी) प्रत्यय अमृत ने ताकीद किया था कि बिजली आपूर्ति में सुधार तथा शट डाउन लेने के पहले विद्युत विभाग के एसई को सूचना दे। ताकि पता चल सके कि बीईडीसीपीएल शहर को कितने देर तक विद्युत आपूर्ति कर रही है। प्रधान सचिव के आदेश को भी कंपनी के अधिकारियों ने ठेंगा दिखा दिया है। बिना किसी जानकारी दिए ही आपूर्ति बंद कर दे रहे है।