बिलासपुर में सेवानिवृत्त अफसर फंसे लालच के जाल में, गंवाए 14 लाख
बिलासपुर। साइबर क्राइम के बारे में लगातार आम नागरिकों को सरकार द्वारा जागरूक किया जा रहा है उसके बावजूद भी खासे पढ़े लिखे लोग आखिरकार इन ठगराजों के जाल में फंसकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते है और फिर हाथ मलने के अलावा और कोई दूसरा चारा उनके पास नहीं रहता। ठगी का ऐसा ही एक वाक्या टिकरापारा क्षेत्र से सामने आया जहां परमाणु ऊर्जा विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी को ईनाम का लालच देकर साईबर ठगराजों ने उनसे 14 लाख 75 हजार 450 रुपए की ठगी कर लापता हो गए ।
परमाणु ऊर्जा विभाग से सेवानिवृत्त हुए अधिकारी टिकरापारा के गुप्ता गली निवासी 66 वर्षीय रामखिलावन थवाईत ने टिकरापारा थाने में अपने साथ हुई ठगी की शिकायत दर्ज करात हुए बताया कि 17 नवंबर 2019 को उनके मोबाइल में एक मैसेज आया था। इसमें उनके मोबाइल नंबर पर लकी ड्रा के माध्यम से पांच लाख रुपए और बजाज पल्सर बाइक ईनाम मिलने की बात लिखी थी। इस पर उन्होंने बताए नंबर पर फोन किया। फोन उठाने वाले ने अपना नाम अजय साहू बताया। साथ ही ईनाम प्राप्त करने 1100 रुपए बताए गए बैंक खाते में भेजने को कहा। रुपए मिलने के बाद ठगराजों ने अधिकारी को भरोसे में लेकर अलग-अलग प्रक्रिया बताकर एक लाख रुपए वसूल लिये।
बाद में उउनकी दूसरे युवक से बात होने लगी, जो स्वंय को रायपुर निवासी आनंद पटेल बताता था। उसने ईनामी राशि बढ़ाकर 14 लाख रुपए किए जाने की जानकारी दी। इसके लिए अलग-अलग खातों में सितंबर 2020 तक छह लाख 35 हजार रुपए जमा करा लिए। फिर जालसाजों ने अपना मोबाइल बंद कर दिया। रामखिलावन का दो माह आनंद से फोन संपर्क हुआ और अब तक ईनाम की राशि नहीं प्राप्त होने की जानकारी दी जिस पर आनंद ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए जांच के बाद ही ईनाम दिलाने का आश्वासन दिया।
रामखिलावन को इसके बाद फोन कर बताया गया किउनके द्वारा जमा कराई गई राशि अब तक कंपनी के खाते में नहीं पहुंची है और इसके लिए उन्हें दो लाख और जमा कराने कहा गया। बाद में आइडिया कंपनी की ओर से उनकी ईनाम की राशि 14 लाख से बढ़ाकर 25 लाख किए जाने की जानकारी दी गई। इसे प्राप्त करने के लिए उनसे और रुपए देने को कहा गया। इस पर रामखिलावन ने उनके बताए खाते में और रुपए जमा कर दिए। इसके बाद आनंद पटेल व अजय साहू समेत अन्य सभी के मोबाइल नंबर बंद हो गए। ठगराजों की बातों में आकर रामखिलावन ने उनके खातें में 14 लाख 75 हजार 450 रुपए जमा करा दिए थे। इनाम नहीं मिलने पर अधिकारी ने कोतवाली थाने में इसकी शिकायत की है। इस पर पुलिस अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।