बीसीसीआई ने इस साल अपने घरेलू क्रिकेट के कार्यक्रम में दिलीप ट्रॉफी को नहीं किया शामिल
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बता दें कि चौधरी ने दावा किया था दिलीप ट्रॉफी कि गुलाबी गेंद से खेली जाएगी और पिछले साल की तरह ही इस बार भी डे-नाईट मैच होंगे। पिछले साल इस प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट में तब्दीलियां की गई थीं और इसे परंपरागत इंटर-जोनल से हटाकर तीन टीमों- इंडिया ब्लू, इंडिया ग्रीन और इंडिया रेड का बना दिया गया था।
याद हो कि बोर्ड ने पहले भी इस टूर्नामेंट की अनदेखी की थी। तब उन्होंने कहा था कि 2016 वर्ल्ड टी20 में खिलाड़ियों के चयन के लिए उन्हें सीमित ओवरों की क्रिकेट में टेस्ट करने की जरुरत है। पिछले साल तो टूर्नामेंट अंतिम समय में ग्रेटर नोएडा में बारिश के मौसम के बीच में आयोजित किया गया था।
पिछले साल फॉर्मेट इसलिए बदला गया था ताकि शीर्ष खिलाड़ी पिंक गेंद से खेलें। यह अब संभव नहीं लगता। जैसा कि टीम इंडिया अब धीरे-धीरे अपना ध्यान 2019 वर्ल्ड कप की ओर लगा रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि बोर्ड अपने कैलेंडर में बदलाव करते हुए दिलीप ट्रॉफी को इस सीजन में आयोजित करवाता है कि नहीं।