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बेटी के साथ वोट डालने पहुंचे केजरीवाल, बोले- दिल्ली के लिए डेंगू के खिलाफ लड़ाई है MCD चुनाव

दिल्ली के तीनों नगम निगमों के लिए मतदान शुरू हो चुका है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिविल लाइंस इलाके में अपने माता-पिता और पत्नी व बेटी के साथ वोट डालने पहुंचे। केजरीवाल की बेटी पहली बार मतदान कर रही है।
 
वोट डाल कर बाहर निकले ‌दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि ये दिल्लीवालों के लिए डेंगू और चिकनगुनिया के खिलाफ लड़ाई है। उन्होंने दिल्ली की जनता से ज्यादा ज्यादा संख्या में वोट डालने की अपील भी की।

इससे पहले उप-राज्यपाल सहित उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए अरविंदर सिंह लवली अपनी पत्नी के साथ सुबह-सुबह वोट डाला।

बता दें कि दिल्ली के तीनों नगर निगमों पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है जबकि आम आदमी पार्टी पहली बार नगर निगम के चुनाव में अपना भाग्य आजमा रही है। ये चुनाव कांग्रेस के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है क्योंकि दिल्ली में वापसी का यह उसके लिए आखिरी मौका है। 

मालूम हो कि दिल्ली में लगातार 15 साल शासन करने के ‌बाद 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी और नगर निगम में भी उनका लगभग ऐसा ही हाल ही है। 

दिल्ली के तीनों नगर निगमों के लिए आयोग ने 13234 पोलिंग बूथ बनाए है। इन बूथों पर मतदान कराने के लिए 70 हजार कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। मतदान सुबह आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक होगा।

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पत्नी के साथ ग्रेटर कैलाश-3 में वोट डाला।

9:04AM दिल्ली के नीमड़ी कॉलोनी वार्ड नम्बर 74 में बीजेपी के पूर्व मण्डल अध्यक्ष को पीटा। पिटाई की वजह सिर्फ ये थी कि वो बीजेपी से बागी प्रत्याशी चित्रा विद्यार्थी का साथ दे रहे थे। जबरदस्ती कार रुकवाई और एक सीनियर सिटीजन को बुरी तरह से पीटा। भारत नगर थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है।

9:21AM लक्ष्मी नगर में बूथ बदले जाने से दिक्कत, घर पर परची नहीं आने से नए बूथ की जानकारी नहीं। लोग इधर-उधर भटक रहे हैं।

9:21AM बूथ नंबर 38 पर ईवीएम में दिक्कत, कभी लाइट नहीं जल रही तो कभी आवाज नहीं आ रही। बीस-पच्चीस लोगों ने की शिकायत।

आयोग ने 270 वार्डों के चुनाव पर नजर रखने के लिए तीन स्तर पर टीम बनाई है। डीसी, आरओ और एआरओ की अगुवाई में टीमें पूरा दिन इलाके में रहेगी। चुनाव के लिए 68 मॉडल पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं।

वहीं, शांतिपूर्ण मतदान कराने और गड़बड़ी रोकने के लिए करीब 57 हजार सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए है। सभी टीमों के साथ के वीडियो टीम होगी, जो चुनाव की रिकॉर्डिंग करेगी।  
    
आयोग के अनुसार, शाम साढ़े पांच बजे के बाद किसी भी मतदाता को पोलिंग स्टेशन के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। मगर शाम साढ़े पांच बजे तक जो भी मतदाता लाइन में लग जाएंगे उनका वोट अवश्य डलेगा।

आयोग की ओर से जारी पहचान पत्र नहीं होने की स्थिति में भारत सरकार एवं दिल्ली सरकार की ओर से जारी पहचान पत्र एवं अन्य दस्तावेज दिखाकर मतदाता अपना वोट डाल सकेंगे।

दो वार्डों में नहीं होगा मतदान      

दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने मुताबिक उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सराय पीपल थला और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मौजपुर वार्ड में रविवार को मतदान नहीं होगा। इन दोनों वार्डों में सपा के उम्मीदवारों की मृत्यु हो गई है। इस कारण आयोग ने इन दोनों वार्डों का चुनाव रद कर दिया है। दोनों वार्डों का चुनाव मई माह में होगा।      

तीनों नगर निगम के चुनाव में 11 वार्डों के मतदाता 23 अप्रैल को वोट डालने के दौरान पोलिंग बूथ के अंदर दो-दो ईवीएम देखकर गुमराह न हो। दिल्ली राज्य चुनाव आयोग उनके पोलिंग बूथ पर दो-दो ईवीएम लगाएगा, मगर उन्हें मतदान करने के लिए केवल एक ईवीएम का बटन दबाना होगा। दोनों में से किसी भी एक ईवीएम का बटन दबाते ही उनकी वोट डल जाएगी। यह सब उनके वार्ड में 15 से अधिक उम्मीदवार होने के चलते होगा। 

तीनों नगर निगम के चुनाव पर एक नजर      

मतदाता                          13234904      
सबसे अधिक मतदाता            71531, वार्ड नंबर-52 एस      
सबसे कम मतदाता                18187, वार्ड नंबर-49 एस      
पोलिंग बूथ                       13234       
उम्मीदवार                        2537      
सबसे अधिक उम्मीदवार         23, वार्ड नंबर-61 एन      
सबसे कम उम्मीदवार             तीन, वार्ड नंबर 14 एस एवं 21 ई      
सबसे अधिक पोलिंग बूथ         79, वार्ड नंबर-32 एन      
सबसे कम पोलिंग बूथ            18, वार्ड नंबर-49 एस      
चुनाव में तैनात कर्मचारी          70000      
सुरक्षा कर्मी                       57000      
   
नगर निगम चुनाव में मतदान प्रतिशत      
वर्ष                    प्रतिशत      
1997             41 प्रतिशत      
2002            52 प्रतिशत      
2007            42 प्रतिशत      
2012            55 प्रतिशत

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