लखनऊ। विधानसभा चुनाव नजदीक है सभी पार्टियां चुनाव प्रचार के साथ साथ एक एक दूसरे पर आरोप लगाने में व्यस्त हैं। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सीएम अखिलेश यादव पर गठबंधन को लेकर निशाना साधा है।
मायावती ने कहा-सपा सरकार की नीतियों की वजह से जनता परेशान
मायावती ने कहा कि वास्तव में यह सब एक बबुआ द्वारा कही गई बबुआ जैसी ही बातें हैं। विकास और कानून व्यवस्था के दावे हवा-हवाई हैं। अगर इनमें जरा भी सच्चाई होती तो ये गठबंधन के लिए इतने उतावले नहीं होते। दरअसल उन्हें अपनी करारी हार सुनिश्चित दिखाई दे रही है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों को सातवें वेतन आयोग के मुताबिक केंद्रीय कर्मचारियों के समान वेतन आदि का लाभ देने का सपा सरकार का फैसला देर से उठाया गया कदम है।
बसपा सुप्रीमो ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि प्रदेश की सपा सरकार की जातिवादी नीतियों और गलत कार्यप्रणाली से आम जनता के साथ ही सरकारी सेवा में प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से लगे लाखों कर्मचारियों, शिक्षकों आदि में काफी रोष व्याप्त है। ये लोग अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन, आन्दोलन करते हैं तो पुलिस के डंडे का शिकार होते रहते हैं।
मायावती ने कहा कि सपा सरकार ने मंत्रिमंडल की बैठक में विभिन्न विभागों से जुड़े जो फैसले लिए हैं, उनमें अधिकतर जनहित व जनकल्याण में नहीं, बल्कि सरकार की चला चली की बेला में विभिन्न स्वार्थों की पूर्ति को ध्यान में रखकर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार के मुखिया जिन कार्यों के लोकार्पण, उद्घाटन आदि कर रहे हैं, जिनमें लखनऊ मेट्रो, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे भी शामिल है, वे अधिकांशत: अभी अधूरे ही हैं। फिर भी उनका पूरा भुगतान किया जा रहा है, ये भ्रष्टाचार है। बसपा सरकार आने पर इन मामलों की प्राथमिकता के आधार पर जरूर जांच कराई जाएगी।