मायावती के समर्थक देवी की तरह उनकी पूजा करते हैं। समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े मायावती के समर्थक मोदी के लिए चिंता की बड़ी वजह हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में मायावती, मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी।
मोदी सरकार में मंत्री संजीव बाल्यान ने Economic Times से कहा, ‘मायावती हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं।’ स्पष्ट है कि आगामी चुनावों के बाद जो भी उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनेगा, वह प्रधानमंत्री मोदी के बाद सबसे ताकतवर नेता होगा।
2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक सफलता हासिल की थी, ऐसी ही एक और विजय मोदी के लिए मददगार साबित होगी और आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने में उन्हें मदद मिलेगी। इसके साथ ही उन्हें 2019 के लोकसभा चुनावों में भी मदद मिल सकती है।
हालांकि हाल के दिनों में दलितों पर अत्याचार की बढ़ती घटनाओं ने बीजेपी और हिंदू राष्ट्रवादी समर्थकों के खिलाफ दलितों को एकजुट किया है और यही फैक्टर मायावती को नया जीवनदान दे सकता है।