राम मंदिर राष्ट्रीय गौरव एवं राष्ट्रीय अस्मिता का सवाल- गोविन्दाचार्य
लखनऊ। प्रसिद्ध राजनीतिक चिंतक और विचारक केएन गोविंदाचार्य ने कहा कि पूरी दुनिया चाहती है कि अयोध्या में राम जन्म भूमि पर मंदिर बने। राम मंदिर निर्माण भारत नहीं बल्कि दुनिया का तकाजा है। राम मंदिर राष्ट्रीय गौरव एवं राष्ट्रीय अस्मिता का सवाल है। गोविन्दाचार्य राजधानी स्थित एक होटल में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं 25 वर्षों से इस विवाद को देख रहा हूं। अब यह विवाद नहीं आस्था का विषय बन गया है। अब जो न्यायालय में ट्रायल चल रहा है। इससे कुछ हल होने वाला नहीं है। ऐतिहासिक धरोहरों का कौन खसरा खतौनी ढूढेंगा। राम हमारे आराध्य है। कौन व्यवस्था तय कर रहा है। इसमें सम्मलित कौन-कौन से लोग हैं। जो चलने में असमर्थ हैं, उन्हे कोर्ट में बुलाया जा रहा है। इसलिए न्याय को सुगम होना चाहिए। इस बारे में सारे संकलन एकत्रित कर रहा हूं।
उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि भारत एक आस्थावादी हिन्दू राष्ट्र है। इसकी एकता और अखण्डता पर कुठाराघात करने वाले छोड़े नहीं जाने चाहिए। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। उन्होंने मोदी सरकार के काम-काज पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। गोविन्दाचार्य ने कहा कि 2002 के बाद मैं सक्रिय राजनीति से दूर हूं। इसलिए इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। जीएसटी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बिल के बारे में भरपूर अध्ययन करने के बाद ही इसे लागू करना चाहिए। इसके सारे पहलू को ध्यान में भी रखा जाना चाहिए। गोविन्दाचार्य ने कहा कि योगी सरकार अच्छा काम कर रही है। यूपी में बहुत कुछ खराब था इसे ठीक करने में काफी समय लगेगा। इसलिए सरकार को समय देना चाहिए। एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविन्द को उन्होंने अच्छा बताया।