रोचक फ़िल्मी ड्रामा की तरह है पेटीएम प्रेसिडेंट से वाइस प्रेसिडेंट द्वारा 20 करोड़ की रंगदारी मांगने की कहानी
नई दिल्ली: पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा से 20 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने की कहानी किसी ड्रामा से कम नहीं है। ईटी को नोएडा पुलिस ने बताया कि कंपनी की कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन की प्रमुख सोनिया धवन ने ये साजिश रची थी। वो लगातार शर्मो को फिरौती की रकम देने के लिए दबाव बना रही थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में सोनिया धवन, उसके पति रूपक जैन और पेटीएम के एक और कर्मचारी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया है। पेटीएम का वैल्युएशन 1.8 लाख करोड़ रुपए है। ये तीनों लोग पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा को पर्सनल डेटा लीक करने की धमकी देकर 30 करोड़ रुपए की रंगदारी मांग रहे थे। जांच कर रहे अधिकारी एसएसपी अजय पॉल शर्मा ने बताया वो दोनों ही पार्टियों से बातचीत कर रही थी। वो जानती थी कि ये कॉल्स आ रहे हैं। पेटीएम के विजय शेखर शर्मा ने जांच अधिकारियों को बताया कि वो शर्मा को कह रही थी कि ‘अभी पे कर दीजिए आप, क्या पता कैसा डेटा हो।’ मंगलवार को इन तीनों को ही 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। नोएडा के एसएसपी शर्मा ने बताया कि ये पर्सनल डेटा था। धवन को एटीएम, ईमेल और पर्सनल पासर्वड की जानकारी थी। पुलिस के मुताबिक उन्होंने एक हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव जब्त की है। इसमें फिरौती के कॉल और चैट के रिकॉर्ड थे। इसके अलावा पुलिस ने 4 मोबाइल फोन भी जब्त किए। एसएसपी शर्मा ने बताया कि सोनिया के सैलरी 70 लाख रुपए सालाना थी। उसके पास कंपनी के 10 करोड़ रुपए के शेयर भी थे। उन्होंने कहा कि जब उसने 2010 में कंपनी ज्वाइन की थी तब उसका सालाना पैकेज 7 लाख रुपए था। उसने अपने बॉस से ये कहा था कि वो नया घर खरीदना चाहती है। मार्च 2018 तक उसके पास कंपनी के 1,400 शेयर भी थे। कंपनी के एक शेयर का भाव 12,797 रुपए है। पुलिस के स्टेटमेंट से पता चला कि धवन के पति का रियल एस्टेट कारोबार में है। उसका कारोबार ठप होने के कारण वो बेरोजगार था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन दोनों के पास नोएडा के सेक्टर 120 में फ्लैट है। वो नया बड़ा घर खरीदना चाह रहे थे। पुलिस के मुताबिक धवन के विजय शेखर का डेटा चुराया और उसे कंपनी के एक और कर्मचारी देवेंद्र कुमार को दे दिया। देवेंद्र कुमार ने ये डेटा एक हार्ड डिस्क में लेकर इसे कोलकाता में अपने दोस्त रोहित चोमाल को दे दिया। रोहित इसके बाद विजय शेखर शर्मा को व्हाट्सएप पर कॉल करने लगा। इन तीनों ने 20 सितंबर को 30 करोड़ की फिरौती मांगी। बाद में इसे घटाकर 10 करोड़ कर दिया। सूत्रों के मुताबिक बैंक अकाउंट को जांचने के लिए शर्मा ने 10 अक्टूबर को उसमें 67 रुपए डाले। इसके 15 अक्टूबर को 2 लाख रुपए ट्रांसफर कर पुलिस को सूचना दे दी। पेटीएम और नोएडा पुलिस की सायबर सेल ने साथ कामकर व्हाट्सएप कॉल्स और चैट की जानकारी निकाली। रोहित चोमाल को इस फिरौती में 20 फीसदी मिलने वाले थे। धवन को पेटीएम के हेडक्वाटर से सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इन सभी के खिलाफ चोरी, फिरौती और धोखेबाजी जैसे कई सेक्शन के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।