लहसुन-प्याज का ज्यादा सेवन कम करता है इन बिमारियों का खतरा
हेल्थ डेक्स : प्याज-लहसुन वाली सब्जी खाने से मलाशय के कैंसर के विकसित होने का खतरा कम हो जाता है। एक नए अध्ययन में इस बारे में दावा किया गया है। कोलन और मलाशय बड़ी आंत के हिस्से हैं, जो पाचन तंत्र का सबसे निचला हिस्सा होता है। विभिन्न तरह के कैंसर से जितनी मौत होती है, उसमें महिलाओं और पुरूषों के मामले में कैंसर का यह क्रमश: दूसरा और तीसरा सबसे बड़ा रूप है। एशिया पैसिफिक जर्नल ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि प्याज, लहसुन वाली सब्जी खाने से वयस्कों में कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 79 प्रतिशत घट गया।
चाइना मेडिकल यूनिवर्सिटी के फर्स्ट हॉस्पिटल के झी ली ने कहा कि हमारे अध्ययन से जो निष्कर्ष निकल कर सामने आया है, उसके मुताबिक यह कहना ठीक होगा कि ऐहतियात के लिए प्याज और लहसुन वाली सब्जी खाना ज्यादा बेहतर है। उन्होंने कहा कि अध्ययन के नतीजे इस पर भी प्रकाश डालते हैं कि जीवनशैली में परिवर्तन कर किस तरह शुरूआत में ही कोलोरेक्टर कैंसर की रोकथाम कर सकते हैं।
हमारे हर्बल एक्सपर्ट दीपक आचार्य बताते हैं, ” बच्चों को यदि पेट में कृमि (कीड़े) की शिकायत हो तो लहसुन की कच्ची कलियों का 20-30 बूंद रस एक गिलास दूध में मिलाकर देने से कृमि मर कर शौच के साथ बाहर निकल आते हैं।”
इन बीमारियों में फायदेमंद है प्याज
अगर पेशाब होना बंद हो जाए तो प्याज दो चम्मच प्याज का रस और गेहूं का आटा लेकर हलुवा बना लीजिए। इसको गर्म करके पेट पर इसका लेप लगाने से पेशाब आना शुरू हो जाता है।
जुकाम के लिए
प्याज गर्म होती है इसलिए सर्दी के लिए बहुत फायदेमंद होती है। सर्दी या जुकाम होने पर प्याज खाने से फायदा होता है। इसके साथ ही गठिया में प्याज बहुत ही फायदेमंद होता है। गठिया में सरसों का तेल व प्याज का रस मिलाकर मालिश करें, फायदा होगा।
लहसुन के अन्य फायदे
इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने बताया कि लहसुन शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड और हाइड्रोजन सल्फाइड बनने की प्रक्रिया को तेज करता है। ये रसायन रक्त संचार को दुरुस्त रखते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। जर्मनी में इन गोलियों को दवाइयों के रूप में लाइसेंस मिल चुका है और डॉक्टर भी इन्हें मरीजों को खाने की सलाह दे रहे हैं। इसके साथ-साथ दिल, मधुमेह और घुटने का दर्द कम करने में भी है बहुत उपयोगी होता है।