बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार के एनडीए का साथ देने से भूचाल आ गया है। नीतीश केRJD-JDU के गठबंधन तोड़ने के फैसले से आरजेडी और यूपीए के पूरे खेमे में खलबली मच गई है। आरजेडी से लेकर कांग्रेस तक नीतीश कुमार को धोखेबाज और दगाबाज बता रही है।
वहीं, राजद नेता भाई विरेंद्र ने पार्टी के सभी विधायकों से मिलकर रायशुमारी की है। उन्होंने कहा है कि वे विधानसभा में गुप्त मतदान की मांग रखेंगे। बता दें कि बिहार में सांप्रदायिक शक्तियों को सत्ता से दूर रखने के लिए 20 महीने पहले बना महागठबंधन टूट चुका है और इसकी शुरुआत नीतीश कुमार ने की।
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उन्होंने गठबंधन का सम्मान न करते हुए बीजेपी से हाथ मिला लिया। बुधवार को एक नाटकीय घटनाक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं गुरुवार को भाजपा के साथ मिलकर फिर से सरकार बना ली।
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वहीं, नीतीश के इस फैसले से उन पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी क्रम में कांग्रेस ने नीतीश को अवसरवादी नेता करार दिया तो दूसरी ओर इस गठबंधन के टूटने से सबसे ज्यादा आहत हुए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नीतीश को धोखेबाज बताया।
इतना ही नहीं नीतीश के बीजेपी खेमें में जाने से उनका पुतला भी फूंका गया और साथ ही बिहार में सोनम गुप्ता की तर्ज पर नीतीश कुमार बेवफा हो के पोस्टर भी लगाए गए।