वाटर ट्रेन पर राजनीति तेज, अखिलेश ने केंद्र से कहा- ’10 नहीं, 10 हजार टैंकर दो…’
एजेंसी/नई दिल्ली। बुंदेलखंड में भीषण सूखे के बीच पानी पर शुरू हुई सियासत नए मोड़ पर पहुंचती दिखाई दे रही है। झांसी स्टेशन पर खड़ी वाटर ट्रेन को यूपी सरकार के इनकार के बाद भी महोबा भेजने का फैसला लिया गया है। झांसी स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में पानी भरकर उसे महोबा के लिए रवाना किया जाएगा।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर बताया कि झांसी स्टेशन पर 10 टैंक वैगन में पानी भरने का काम किया जा रहा है। उम्मीद है शाम तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा। हम आपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं। प्रभु ने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी टैग किया है।
बुंदेलखंड में भीषण सूखे के बीच पानी पर शुरू हुई सियासत नए मोड़ पर पहुंचती दिखाई दे रही है। झांसी स्टेशन पर खड़ी वाटर ट्रेन को यूपी सरकार के इनकार के बाद भी महोबा भेजने का फैसला लिया गया है..
सूखे और पानी संकट से जूझ रहे बुंदेलखंड के लिए भेजी गई केंद्र की वाटर एक्सप्रेस ट्रेन को राज्य सरकार ने लेने से ही इनकार कर दिया था। हाल यह था कि यह ट्रेन बुधवार शाम से ही झांसी रेलवे स्टेशन पर खड़ी हुई है। यूपी सरकार ने महोबा के डीएम को निर्देश दिया है कि वो रेलवे को सूचित करें कि उन्हें पानी की ट्रेन नहीं चाहिए लेकिन अब इस मामले में नाटकीय मोड़ भी आ गया है। मुख्यमंत्री अखिलेश अखिलेश सरकार ने केंद्र से पानी वितरण के लिए दस वाटर ट्रेन नहीं, दस हजार रोड टैंकर की मांग भी कर डाली।
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखकर कहा है कि 4 मई को यूपी और मध्यप्रदेश के बुदेंलखंड क्षेत्र के सासदों के साथ नीति आयोग की बैठक हुई थी जिसमें सभी सांसदो ने क्षेत्र में पीने के पानी का घोर संकट बताया था। नीति आयोग ने इस पर ध्यान केंद्रित करते हुए पीने के पानी की व्यवस्था करने के लिए कहा था। अखिलेश यादव द्वारा पीने के पानी के टैंकरों को वापिस करने का निर्णय हास्यास्पद स्थिति का निर्माण करता है। आपसे अनुरोध है कि आप सभी डीएम को पीने के पानी के टैकरों का सदुपयोग करने के लिए कहें।
वहीं, यूपी सरकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट @UPGovt से ऐसे ट्वीट और तस्वीरें पोस्ट की जा रही हैं जिनमें बुंदेलखंड में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के सरकार के प्रयासों को दिखाया जा रहा है। महोबा के जय सागर जलाशय का अधिकारीगण निरीक्षण कर रहे हैं। यही प्रयास हमीरपुर के जलाशयों पर भी किया जा रहा है। महोबा के अर्जुन बांध और कोठी झील में पानी पुनः संग्रह कर लिया गया है जिससे जिले के लोगों तक इसे पहुंचाया जा सके।
एक अन्य ट्वीट में लिखा गया है कि यूपी सरकार के निर्देश पर बुंदेलखंड के सभी जिलों में प्रशासन द्वारा पशुओं के पीने के लिए जगह-जगह पर पानी की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही तस्वीरें भी पोस्ट की गई हैं।