विज्ञान सर्वव्यापी, प्रौद्योगिकी स्थानीय होनी चाहिएं- मोदी
नई दिल्ली। आम लोगों की समस्याओं का अभिनव समाधान निकालने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) से साथ आने का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उन्हें ऐसे उत्पादों का निर्माण करने की चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिए जिसके लिए भारत काफी हद तक आयात पर निर्भर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विज्ञान सर्वव्यापी है, प्रौद्योगिकी स्थानीय होनी चाहिए। उन्होंने आईआईटी से देश के लोगों के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव लाने का आह्वान किया। मोदी ने ऐसे कई क्षेत्र बताए जहां भारत काफी हद तक आयात पर निर्भर है। इनमें रक्षा उपकरण से लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र और संवेदनशील तथा सुरक्षा संबंधी वस्तुएं जैसे करेंसी की स्याही और अश्रु गैस शामिल हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि भारत के पास देश के अंदर ऐसी चीजों का निर्माण करने की प्रतिभा है। आईआईटी से इस प्रकार की चुनौतियों को स्वीकार करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि मैं यह विश्वास नहीं कर सकता कि हमारे देश में ऐसी प्रतिभा नहीं है, जो इन चीजों का निर्माण न न कर सके। मोदी यहां राष्ट्रपति भवन में आयोजित आईआईटी बोर्ड आफ गवर्नर्स के अध्यक्षों और निदेशकों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन की अध्यक्षता राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने की।