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सपा को लोकसभा चुनाव में वोट न देने से शिक्षामित्रों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा : उमा

UmaBharti2दस्तक टाइम्स/एजेंसी
झांसी: इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर निकाले गए शिक्षामित्र जहां अपनी नौकरी वापस लेने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं तो वहीं केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया मुलायम सिंह यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचीं उमा ने यहां सोमवार को सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में वोट न देने के कारण प्रदेश के शिक्षामित्रों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा, न कि न्यायालय और केंद्र सरकार के कारण। उन्होंने कहा कि वह और उनकी पार्टी नौकरी से हटाए गए सभी शिक्षा मित्रों के साथ हमेशा है और रहेगी।उमा भारती के आने की जानकारी मिले ही शिक्षामित्रों मिली, वे केंद्रीय मंत्री का घेराव करने के लिए झांसी सर्किट हाउस पहुंच गए। उन्होंने उमा से नौकरी वापस दिलाने की मांग की। इस पर उमा ने कहा, “लोकसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी सभा में सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने शिक्षामित्रों से कहा था कि अगर आपने सपा को वोट नहीं दिया तो आपको नौकरी से निकाल दिया जाएगा। अब उन्होंने इसे कर दिखाया है।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शिक्षामित्रों को नौकरी से हटाने में केंद्र सरकार या न्यायालय दोषी नहीं है, बल्कि प्रदेश की अखिलेश सरकार दोषी है। उमा ने कहा, “हम सभी शिक्षामित्रों के साथ हैं, जो भी उचित होगा किया जाएगा।”गौरतलब है कि प्रदेश के 175000 शिक्षामित्रों को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने पद से अपदस्त कर दिया है। कोर्ट के इस आदेश के खिलाफ प्रदेश भर में शिक्षामित्रों ने धरना देकर केंद्र सरकार से मांग की है कि वह न्याय दिलाए। कोर्ट के फैसले के बाद शिक्षामित्रों ने आत्महत्या भी कर ली थी।

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