एजेन्सी/उत्तराखंड में विधानसभा घेराव के दौरान घायल हुए शक्तिमान की टांग काटकर डॉक्टरों ने देर रात उसके स्थान पर कृत्रिम टांग लगा दी है। घोड़ा अब सही सलामत कृत्रिम टांग पर खड़ा भी हो गया है।
पुलिस के घोड़े शक्तिमान की टांग बचाने की सारी कोशिशें नाकाम हो गईं। गैंग्रीन होने की आशंका के चलते अब उसका पैर काटने के अलावा कोई चारा नहीं था। अमेरिका और मुंबई से आए डॉक्टरों की मौजूदगी में करीब 40 मिनट आपरेशन में टांग को शरीर से अलग किया गया।
उधर, सर्जरी कारगर न होने के कारण शक्तिमान दिन भर तड़पता रहा। बुधवार देर रात खड़ा करने के प्रयास में लिफ्टिंग मशीन टूट जाने के कारण वो धड़ाम से नीचे गिर गया था। सर्जरी के बाद मंगलवार को उम्मीद जगी थी कि शक्तिमान की स्थिति में सुधार आएगा।बुधवार को सुबह से उसे खड़ा करने की कवायद शुरू हो गई थी। पहले लिफ्टिंग मशीन छोटी पड़ जाने के कारण रात को फिर दूसरी मशीन लगाई गई। लिफ्टिंग मशीन टूट जाने के कारण वो धड़ाम से नीचे गिर गया।
इसके बाद तमाम प्रयास रोक दिए गए। बृहस्पतिवार सुबह को शक्तिमान की तबीयत अचानक बिगड़ गई। दर्द के कारण वह छटपटाता रहा। चिकित्सकों के प्रयास के बाद भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं आया। एसएसपी डॉ. सदानंद दाते ने आर्मी के पशु चिकित्सकों को बुलाने के लिए आईएमए के अलावा सहारनपुर तक बात की।
दोपहर में जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर अमेरिका की महिला सर्जन जैनी मैरी वॉन और मुंबई के सर्जन डॉ. फिरोज को रिसीव करने के लिए पुलिस टीम लगा दी गई थी, लेकिन उनकी फ्लाइट लेट होती चली गई। जैनी भूटान से सीधे दिल्ली पहुंचीं। रात भर उन्हें बुलाने की तमाम औपचारिकताएं पूरी की गईं।
तिरपाल व्यापारी ने बनाई नई लिफ्टिंग मशीन
जनमानस भी शक्तिमान को बचाने के लिए मदद करने में पीछे नहीं है। मोती बाजार के तिरपाल कारोबारी सरदार सुरेंद्र सिंह और भाई नरेंद्र सिंह ने शक्तिमान को खड़ा करने के लिए नई लिफ्टिंग मशीन तैयार कर दी है। रात में उन्हें बुलाकर यह काम सौंपा गया। तीसरे पहर दोनों भाई तिरपाल और गद्दों से बनी लिफ्टिंग मशीन को तैयार कर ले गए। दोनों भाइयों ने मशीन के खर्च को लेने से इंकार कर दिया है। उनका कहना था कि इस बेजुबान की लाइफ से बड़ा कुछ नहीं है।