शराबबंदी पर नीतीश सरकार को हाईकोर्ट की कड़ी फटकार
एजेंसी/ पटना। पटना हाईकोर्ट ने शराबबंदी पर राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। शराबबंदी पर एक याचिका पर सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि सरकार शराबबंदी को लागू कराने के लिए स्टंटबाजी बंद करे। वहीं राज्य सरकार की ओर से एडवोकेट जनरल ने जवाब में कहा है कि सरकार पूर्ण शराबबंदी लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए उसको जनमत भी मिला है।
हाईकोर्ट ने एडवोकेट जनरल के जवाब पर फटकार लगाते हुए कहा कि क्या इससे पहले बिहार सरकार शराब बेचने के लिए स्कूल और मंदिरों के पास शराब की दुकानों को खोलने के लिए प्रतिबद्ध थी? इस दौरान हाईकोर्ट ने एक और तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार आज हमें मर्सीडीज गाड़ी खरीदवाए और अगले दिन पर्यावरण प्रदूषण के तर्क पर सभी चार पहिए वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा दे, तो लोग गाड़ियों का क्या करेंगे?
कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश इकबाल अहमद अंसारी और न्यायमूर्ति नवनीति प्रसाद सिंह की खंडपीठ ने प्रधान अपर महाधिवक्ता ललित किशोर से कहा- सरकार एयरपोर्ट पर हवाई यात्रियों की सांस की जांच कराकर क्या जानना चाहती है कि उन्होंने शराब का सेवन किया है या नहीं। ये क्या है? सरकार क्या यह दिखाना चाहती है कि कोई व्यक्ति बाहर शराब का सेवन कर के बिहार में प्रवेश नहीं करे? शराबबंदी लागू करने में सरकार ऐसी स्टंटबाजी बंद करे।
दरअसल, याचिकाकर्ता के वकील हर्ष सिंह एवं जितेंद्र सिंह ने कोर्ट को बताया कि मीडिया में ऐसी खबरें आई हैं कि पुलिस, हवाई अड्डे के बाहर हरेक हवाई यात्री की ब्रेथ एनेलाइजर से जांच करेगी। देखेगी कि उन्होंने शराब का सेवन किया है या नहीं?
गौरतलब है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद नशीली दवाओं की बिक्री बढ़ती जा रही है। पुलिस ने बेगुसराय में एक दवा की दुकान पर छापा मारकर भारी मात्रा में नशीली और प्रतिबंधित दवाओं को जब्त किया। पुलिस को सूचना मिली थी कि दुकानदार अमित कुमार द्वारा नशीली दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है जिसके बाद पुलिस ने पहले मामले को सत्यापित किया और उसके बाद छापेमारी कर दवाओं को जब्त कर लिया।
एक और घटना में छपरा पुलिस भले ही शराबबंदी के दावे कर रही है लेकिन सड़कों पर शराब पीकर हंगामा कर रहे शराबी ने इस दावे की कलई खोल दी। हद तो तब हो गई जब थाने से महज कुछ दूरी पर हो रहे इस ड्रामे से पुलिस अंजान बनी रही। और लोग इस शराबी के हरकतों से परेशान होते रहे। बाद में जब मीडिया द्वारा थाने को सूचित किए जाने पर शराबी को नशामुक्ति केंद्र ले जाने के बजाए सड़क पर सरेआम जमकर पीटा गया।