शिव पुराण के अनुसार इस वजह से मनाई जाती है होली
होली रंगों का त्यौहार कहा जाता है इस दिन सभी रंगो में रंगे हुए नजर आते है। होली का त्यौहार बहुत से लोगो का पसंदीदा होता है सभी को होली पसंद होता है। होली इस साल (2018) में 2 मार्च को मनाई जाएगी जिसके लिए लोग अभी से बहुत ही उत्सुक नजर आ रहे है। सभी को होली का बेसब्री से इंतज़ार है। होली को लेकर शिव पुराण में एक कथा है और उसी के अनुसार होली मनाई जाती है वह होली मनाने का एक पौराणिक कारण है।
शिव पुराण के अनुसार हिमालय की पुत्री पार्वती एक बार शिव भगवान से विवाह के लिए कठोर तपस्या कर रहीं और दूसरी तरह शिव भगवान भी तपस्या में लीन थे। उस समय इंद्र भगवान भी कुछ ऐसा ही चाहते थे क्योंकि शिव और पार्वती के विवाह में उनका स्वार्थ था। सभी इस बात को जानते थे कि ताड़कासुर राक्षस की मृत्यु शिव और पार्वती के बेटे के द्वारा होगी, इस वजह से सभी चाहते थे की दोनों की शादी हो जाए।
इस वजह से इंद्र भगवान ने शिव भगवान की तपस्या को भंग करने के लिए कामदेव को भेजा। कामदेव ने शिव भगवान की तपस्या को भंग कर दिया जिसकी वजह से शिव भगवान ने क्रोधित होकर कामदेव को भस्म कर दिया। शिव भगवान की तपस्या भंग होने के बाद शिव और पार्वती का विवाह हुआ और सभी देवी और देवता उसमे शामिल हुए। इस कथा के आधार पर होली को मनाया जाता है कहते है होली पर काम की भावना को जलाकर भस्म कर देना चाहिए और सच्चे प्यार की भावना के साथ इस त्यौहार को मनाना चाहिए।