श्री सांई बाबा के चमत्कार आज भी देखने को मिलते हैं
श्री सांई बाबा अपने भक्तों का बड़ा ध्यान रखते हैं भक्तों की प्रार्थना को वे जल्दी सुन लेते हैं। भगवान सांई के चमत्कार आज भी हैं और आज भी श्रद्धालुओं को उनका अनुभव होता है। शिरडी के समाधि मंदिर से द्वारकामाई तक श्री सांईबाबा की जागृत उपस्थिति का अनुभव होता है। यही नहीं श्री सांई आज भी देशभर में मौजूद मंदिरों में भी अपने श्रद्धालुओं को दीव्यता का अनुभव करवाते हैं यहां मांगी गई मुरादें भी पूरी होती हैं श्री सांई का जीवन चरित्र भी बहुत महान है।
बाबा के उपदेशों और अपने शिष्यों द्वारा कही गई उनकी बातों को उनके भक्त डाॅ. दाभोलकर ने पुस्तकबंध किया। इस पुस्तक को श्री सांई सच्चरित्र के नाम से जाना जाता है। श्री सांई सच्चरित्र का पारायण श्रद्धालुओं द्वारा किया जाता है। इसमें श्री सांईबाबा की शिक्षाऐं तो हैं ही साथ ही उनका जीवन वृत्तांत भी है। भिन्न – भिन्न समय श्रद्धालुओं से होने वाली भेंट और उन्हें दिया गया मार्गदर्शन व उनके चमत्कार पुस्तक में हैं।
इस पुस्तक का पारायण करने से इच्छित मनोकामना तो पूर्ण होती है साथ ही जीवन के लिए हर रास्ते खुल जाते हैं। इस ग्रंथ से सभी परेशानियों का समाधान मिल जाता है। श्री सांई बाबा अपने श्रद्धालुओं की परेशानियों को श्री सांई सच्चरित्र से दूर करते हैं।श्री सांईसच्चिरत्र का नियमित अध्ययन करने से जीवन के सभी प्रश्न सुलझते हैं और जीवन जीने के प्रति आत्मविश्वास पैदा होता है।
इसका पारायण गुरूवार से प्रारंभ किया जाता है। पारायण के लिए श्री सांईबाबा के चित्र की विधिवत स्थापना, पूजन कर कुमकुम, अक्षत, गंध, पुष्प से पूजन किया जाता है और दीपक और धूप बत्ती बाबा श्री सांई के चित्र के समीप लगाई जाती है। फिर श्री सांईसच्चरित्र का पूजन कर उसका पारायण किया जाता है एक दिन में 5 अध्याय पढ़े जा सकते हैं या फिर इससे ज़्यादा भी पढ़े जा सकते हैं।