फीचर्डराष्ट्रीय

साध्वी बोलीं- पोकेमॉन गेम्स न खेलेंगे, न खेलने देंगे

pokemon_go_stop_indore_2016821_104342_21_08_2016इंदौर। रात में मोबाइल का उपयोग करने से आंखों की रोशनी प्रभावित होती है। इसके साथ ही सुनने की क्षमता पर भी असर होता है। वैज्ञानिकों ने भी इन तथ्यों की पुष्टि की है। नारी स्वयं अपने आप में परिपूर्ण है। अपने बच्चों को कार्टून और वीडियो गेम्स की बढ़ती लत से बचाने के लिए प्रयास करें। आज के दिन यह प्रण करें कि पोकेमॉन जैसे जानलेवा गेम्स न खेलेंगे, न खेलने देंगे।

यह बात साध्वी रत्नसिद्धि ने शनिवार को रेसकोर्स रोड स्थित नवकार वाटिका में कही। वे तपागच्छ उपाश्रय ट्रस्ट एवं रेसकोर्स रोड श्रीसंघ की मेजबानी में महिलाओं के लिए आयोजित शिविर में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि आज हम ऐसे युग में जी रहे हैं, जहां एकता कपूर के धारावाहिक देखे जा रहे हैं, जिनमें परिवार की खुशियों का नहीं, बल्कि विघटन का वर्णन होता है।

मोबाइल, इंटरनेट, फेसबुक, वीडियो गेम्स और पोकेमॉन जैसे माध्यम बच्चों को श्रेष्ठ संस्कारों से विमुख कर रहे हैं। साध्वी शीलरेखा एवं मुक्तिप्रिया, साध्वी राजरत्ना ने महिलाओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया। नवकार परिवार के प्रवीण गुरु ने बताया कि 21 अगस्त को युवकों के लिए भी दोपहर 3 से 5 बजे तक विशेष शिविर होगा।

Related Articles

Back to top button