सोशल अपीयरेंस को लेकर कितना सजग हैं आप!
एजेंसी/ इस दौर में सोशल मीडिया सिर्फ मनोरंजन का विषय नहीं बचा है। यह जीवन की जरूरत बन गई है। खासतौर पर यदि आप स्टूडेंट हैं या फिर रोजगार की तलाश कर रहे हैं तो आपका सोशल मीडिया पर अकाउंट होना बहुत जरूरी है। इसमें भी हर प्लेटफॉर्म का अपना स्कोप है, अपना महत्व।
हा लांकि अब युवाओं में कम ही होंगे, जिनके सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पर्सनल अकाउंट्स नहीं होंगे। फिर भी यदि आप- को लगता है कि यह टोटल टाइम वेस्टिंग है तो एक बार फिर से सोचिए। क्योंकि अब इस दौर में कंपनियां रिक्रूटमेंट के लिए भी इसका इस्तेमाल करती है। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि सोशल मीडिया आपके व्यक्तित्व, ज्ञान और कौशल का आइना है। कई बार कंपनियां आपकी बायोडाटा के बाद आपके अकाउंट को भी
खंगालती है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आप यहां बहुत सावधानी से अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। छोटी-छोटी गलतियां आपके पब्लिक अपीयरेंस के लिए हानिकारक हो सकती है। जानें कि सोशल मीडिया पर आप कैसे और क्या सावधानी रख सकते हैं।
इसका हिस्सा बनें
कुछ लोग इससे इतना डरे हुए रहते हैं कि इस पर अपनी उपस्थिति ही दर्ज नहीं करवाते हैं। कई ऐसे भी हैं, जो कभी हुई किसी गलती से घबराकर अपना अकाउंट ही बंद कर देते हैं। ऐसा कभी न करें। यदि आपको प्रतिस्पर्धा में बने रहना है तो जरूरी है कि आपकी सोशल मीडिया में उपस्थिति दर्ज हों। चाहे इसे व्यक्तिगत न बनाएं, लेकिन व्यापार और रोजगार के लिए तो बनाएं ही। कम से कम लिंक्ड इन में आपका अकाउंट होना ही चाहिए। यही वह जगह है जहां कंपनियां जाकर अपने लिए योग्य उम्मीदवार तलाशती हैं।
लाइक करने से पहले जान लें
कई बार ऐसा होता है कि आप जल्दी-जल्दी में या फिर किसी ऐसे टेक्स्ट को या वीडियो को आप बहुत रेनडमली लाइक कर जाते हैं। बाद में जब कभी आप उसको देखते हैं या पढ़ते हैं तो आपको आश्चर्य होता है कि आपने इसे लाइक कैसे कर दिया? इसलिए कुछ भी लाइक करने या फिर रीटि्वट करने से पहले टेक्स्ट्स, लिंक, फोटो और विडियो को बहुत गौर से पढ़ें, देखें, जान लें। ऐसा न हो कि आपने उसे जल्दी-जल्दी में लाइक कर दिया या रीटि्वट कर दिया और बाद में पता चला कि आप उससे सहमत नहीं हैं।
निष्क्रिय न रहें
हर जगह अकाउंट बनाने की बजाए सिलेक्टिव रहें। किसी एक साइट पर अपना अकाउंट बनाएं और उसको नियमित चेक करते रहें। ऐसा न हो कि कोई पूछे तो आप कह दें कि अरे… मैंने तो बहुत दिनों से उसे चेक भी नहीं
किया है। इस बात से कई अर्थ निकल सकते हैं। इसी के साथ कोई ऐसा अकाउंट जिसमें पुरानी जानकारी दी हो आपने और पुरानी डीपी ही लगाई हो यह आपके अपीयरेंस के लिए अच्छा नहीं है। समय-समय पर अपनी प्रोफाइल को अपडेट भी करते रहें। साथ ही अपना डीपी भी। डीपी बदलते हुए भी सावध्ाानी बरतें… उदास, अस्त-व्यस्त डीपी न लगाएं।
अधूरापन न परोसें
अपनी टि्वट या फिर किसी की टि्वट को शेयर करते हुए ध्यान रहें कि आप एकांगी पोस्ट न शेयर कर रहें हो। आप जो भी टि्वट करते हैं, वहीं आप है, वही आप लोगों तक पहुंच भी रहे हैं। ध्यान रखें कि आपकी पब्लिक इंफॉर्मेशन संतुलित रहे। यदि आप लगातार अपने खुशी के पलों को शेयर कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप निश्चित रूप से आत्म-केंद्रित हैं। जरूरी है कि आप अपने समाज के प्रति, राजनीति, साहित्य, फिल्म, संगीत या धर्म के बारे भी लिखे। क्योंकि आपकी व्यक्तिगत चीजों में सिर्फ आपके करीबियों के अतिरिक्त और किसी की रूचि नहीं होती है।