इसके साथ ही स्कूल के वकील श्रीनिवासन ने दावा किया है कि बच्ची को सिखाया गया है कि वह क्लासमेट पर आरोप लगाए क्योंकि ऐसी घटना की संभावना बहुत कम है। सीसीटीवी फुटेज में ऐसा ही दिख रहा है।
वहीं बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट को लेकर श्रीनिवासन बोले कि ये किसने किया, इसका कोई सबूत नहीं है। उनका कहना है कि बच्ची को मां को इन सभी पक्षों को साफ करना चाहिए। हम नहीं जानते कि 17 तारीख से पहले क्या हुआ था। उनका ये भी कहना है कि घटना का आरोप 17 तारीख को लगाया गया लेकिन पहली बार देखने से यही लगता है कि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं।
वहीं दूसरी ओर इस मामले की संवेदनशीलता देखते हुए पुलिस व अन्य विशेषज्ञों कहना है कि इसे पूरी जिम्मेदारी से निपटाया जाना चाहिए। दिल्ली के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले चार साल के लड़के पर रेप का आरोप लगाया गया है। लड़के के क्लास में पढ़ने वाली एक हमउम्र लड़की ने अपनी मां से शिकायत की थी उसके प्राइवेट पार्ट में उसने अंगुली और नुकीली पेंसिल डाली। लड़की की मां ने कहा कि उसकी बेटी के प्राइवेट पार्ट में काफी चोट आई है।