हरियाणा का ये छोरा ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलेगा रियो ओलम्पिक
एजेंसी/हरियाणा के सोनीपत जिले के खांडा गांव के रहने वाले पहलवान विनोद दहिया ने रियो ओलम्पिक के लिए क्वालिफाई किया है. विनोद रियो में ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलेगा. दरसअल विनोद दहिया साल 2010 में अपनी आजीविका कमाने के लिए ऑस्ट्रेलिया गया था लेकिन उसका कुश्ती के प्रति प्रेम कम नहीं हुआ और अपनी मेहनत के दम पर अब ओलम्पिक में जगह बनाने में विनोद ने कामयाबी हासिल की है. विनोद 5 बार ऑस्ट्रेलियन चैंपियन बन चुका है.
विनोद 10 से जयादा मेडल जीत चुके हैं. अब विनोद का एक ही लक्ष्य है की ओलम्पिक में मंडल जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाना.
इन दिनों विनोद अपने गांव आये हुए है. विनोद दहिया का सफर बेहद मुश्किल भरा रहा है. विनोद सोनीपत के खांडा गांव का रहने वाला है और बचपन से ही कुश्ती से उसका लगाव रहा. भारत में विनोद 2009 से पहले नेशनल जूनियर कुश्ती में गोल्ड जीत चुका था लेकिन आर्थिक हालत अच्छी नहीं होने के कारण 2010 में विनोद को अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाना पड़ा.
ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न में विनोद कोरियर बॉय का काम करता था. लेकिन कुश्ती के उसका प्रेम कम नहीं हुआ और 8 घंटे की जॉब के बाद विनोद एक क्लब में प्रैक्टिस करने लगा और देखते ही देखते ऑस्ट्रेलियन कुश्ती में छा गया.
इसी साल अल्जीरिया में हुए ओलम्पिक क्वालिफाई में विनोद ने ग्रीको रोमन में 66 किलो में सिल्वर मेडल जीतकर ऑस्ट्रेलिया की ओर से रियो ओलम्पिक का कोटा हासिल किया. विनोद 66 किलोग्राम में फ्री स्टाइल और ग्रीको रोमन खेलता है. ऑस्ट्रेलियन नेशनल कप में विनोद ने 3 बार गोल्ड और 2 बार ब्रॉन्ज मेडल जीता है. कैनबरा कप में 2 गोल्ड मेडल विनोद के नाम हैं. ऑस्ट्रेलिया-ओसियाना चैंपियनशिप में विनोद में 4 बार गोल्ड जीता है और अब रियो ओलम्पिक में ऑस्ट्रेलिया की ओर से मेडल का सबसे बड़ा दावेदार है.
विनोद ने कहा कि अगर मौका मिला तो भारत की ओर से एक बार जरूर ओलम्पिक खेलना चाहते हैं. वहीं विनोद ने सुशिल और नरसिंह के ओलम्पिक जाने पर कहा ट्रायल के बाद जो बेस्ट हो उसे मौका देना जरुरी है क्योंकि देश के लिए मेडल जीतना सबसे पहली बात होनी चाहिए और सुशिल ने ऐसा 2 बार करके दिखाया है.