हरियाणा: सोनीपत मे बड़े भाई के फरार हत्यारों ने छोटे भाई को मारी गोली मारकर हत्या की
हरियाणा के सोनीपत में पुरानी दुश्मनी में एक 18 साल के लड़के की अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस के मुताबिक, सोनीपत के मदीना गांव में राजकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय के पास अपनी बहन का इंतजार कर रहे राजेश सिंह को चार हमलावरों ने करीब 10 गोलियां मारीं.
राजेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके साथ ही बैठे उसके दोस्त के पेट में गोली लगने से वह घायल हो गया. सावन को स्थानीय लोगों ने फौरन अस्पताल पहुंचाया, जहां अब उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. स्थानीय लोगों ने राजेश पर गोलियां चलाते हुए हमलावरों को देखा और उनमें से दो की पहचान राजेश के बड़े भाई की हत्या के फरार आरोपियों सीता और पवन के रूप में की है.
पुलिस ने बताया कि राजेश स्कूल के बगल में खेल के मैदान के पास 10वीं का बोर्ड एग्जाम दे रही अपनी बहन का इंतजार कर रहा था. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तभी वहां एक सेडान कार आकर रुकी और उसमें से चार हथियारबंद आदमी निकले, जिसमें सीता और पवन शामिल थे. उन्होंने राजेश पर अंधाधुंध फायरिंग झोंक दी. बोर्ड एग्जाम के चलते स्कूल के बाहर सुरक्षा में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, लेकिन वे हमलावरों को रोकने या पकड़ने में असमर्थ रहे.
पुलिस ने बताया कि सीता और पवन पिछले साल अक्टूबर में राजेश के बड़े भाई राकेश की हत्या के मामले में वांछित हैं. बड़े भाई की हत्या के मामले में राजेश चश्मदीद गवाह भी था. राकेश की हत्या के 11 आरोपियों में से आठ को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन सीता और पवन फरार चल रहे हैं. अपने दूसरे बेटे की हत्या से बिफरे राजेश के घरवालों ने गुरुवार की शाम राजेश का शव लेकर रोहतक-पानीपत हाईवे जाम कर दिया.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि उन्होंने पुलिस को अपने बड़े बेटे के फरार आरोपियों के बारे में कई बार सूचित किया, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. मृतक के पिता जय सिंह के मुताबिक, बड़े बेटे की हत्या के बाद मैंने पुलिस को कई बार फरार आरोपियों सीता और पवन के बारे में जानकारी दी, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया. अब उन्होंने मेरे छोटे बेटे को भी मार डाला.
‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के मुताबिक, हाईवे जाम कर लापरवाही के लिए पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे मृतक के रिश्तेदारों और परिजनों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. पुलिस ने मृतक राजेश के पिता और 25 अन्य गांव वालों के खिलाफ हाईवे जाम करने को लेकर केस भी दर्ज कर लिया है.
इतना ही नहीं पुलिस ने उनके खिलाफ पुलिसकर्मियों की हत्या की कोशिश करने के आरोप में भी केस दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि हाईवे जाम कर विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने हत्या के मकसद से कुछ पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था.
पुलिस ने मृतक के पिता, चाचा और चचेरे भाइयों सहित कुल 14 लोगों को हिरासत में भी ले लिया. परिजनों द्वारा मृतक की अंत्येष्टि करने पर रजामंद होने के बाद अगले दिन शुक्रवार को उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया.