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नारायण साईं गिरफ्तार, 1 दिन के ट्रांजिट रिमांड पर

siनई दिल्ली/चंडीगढ़ । स्वयंभू संत आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं को फरार होने के 58 दिन बाद अंतत: बुधवार को उसके चार साथियों सहित हरियाणा के एक गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। उसे राष्ट्रीय राजधानी के रोहिणी जिला अदालत में पेश किया जाएगा। यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को दी।  दिल्ली की एक अदालत ने स्वयंभू संत आसाराम के बेटे नारायण साईं को बुधवार को गुजरात पुलिस को एक दिन के लिए ट्रांजिट रिमांड पर सौंप दिया। नारायण के खिलाफ सूरत में दुष्कर्म का एक मामला दर्ज है। महानगर दंडाधिकारी धीरज मोर ने ट्रांजिट रिमांड जारी की। गुजरात पुलिस ने यह कहते हुए ट्रांजिट रिमांड की मांग की कि नारायण साईं को सूरत की अदालत में पेश करना है  जहां से उसकी गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट जारी हुआ है। नारायण 3० वर्षीया एक महिला द्वारा दायर कराई गई शिकायत के बाद से फरार था। महिला ने आरोप लगाया है कि स्वयं को भगवान कृष्ण का अवतार बताने वाले नारायण ने 2००1 और 2००5 के बीच उसके साथ दुष्कर्म किया था। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) रविंद्र यादव ने बताया  ‘‘हमारी टीम को साईं के पंजाब से हरियाणा जाने की गुप्त सूचना मिली थी। टीम ने जाल बिछाया और उसे कुरुक्षेत्र के नजदीक पीपली गांव से गिरफ्तार कर लिया गया।’’

सूरत निवासी दो बहनों ने आसाराम और साईं के खिलाफ गुजरात के अलग-अलग थानों में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद से साईं (4०) फरार था। साईं के खिलाफ 3० वर्षीय महिला ने भी 2००1 से 2००5 के बीच दुष्कर्म किए जाने का मामला दर्ज कराया था। साईं के पिता आसाराम (72) जोधपुर आश्रम में एक 16 वर्षीय लड़की का यौन उत्पीड़न करने के मामले में जोधपुर केंद्रीय कारा में बंद हैं। आसाराम भी पुलिस से छिपते रहे और अंतत: उन्हें एक सितंबर को इंदौर में गिरफ्तार कर लिया गया। साईं ने पहचान छुपाने और गिरफ्तारी से बचने के लिए केसरिया पगड़ी  टी शर्ट  पैंट और जैकेट पहन रखा था। गिरफ्तारी के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए यादव ने कहा कि दिल्ली की अपराध शाखा ने उत्तर प्रदेश के पंजीयन संख्या वाले एसयूवी वाहन को कुरुक्षेत्र के नजदीक रोका था  जो पेट्रोल पंप पर ईंधन भरवा रहा था। लगातार एक शहर से दूसरे शहर भाग रहे साईं के साथ इस दौरान हनुमान (साईं का विश्वासपात्र)  वाहन चालक रमेश  और एक नाबालिग मौजूद था। नाबालिग को छोड़ दिया गया जबकि साईं के साथ रमेश और हनुमान को गिरफ्तार कर लिया गया। शुरुआत में पांच लोगों को गिरफ्तार किए जाने की बात कही गई थी। यादव ने बताया  ‘‘यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे साईं को रोहिणी अदालत में पेश किया जाएगा।’’ साईं की पेशी के बाद सूरत पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर ले लेगी जहां उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। दिल्ली में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध)  एस.बी.के सिंह ने कहा  ‘‘हमने साईं से 2 61 ००० रुपये तथा हनुमान से छह मोबाइल फोन और 13 5०० रुपये बरामद किए हैं।’’ साईं के साथ हनुमान के खिलाफ भी मामला दर्ज है और उस पर सूरत पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम  जबकि साईं पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। साईं के खिलाफ मामला दर्ज कराने के दौरान वह जयपुर में था। इसके बाद वह आगरा फिर दिल्ली आया। वह उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के नैमि सारण आश्रम में एक सप्ताह रहा  जहां उसने चेहरा बदलने के लिए दाढ़ी कटवा ली। पुलिस के अनुसार  इसके बाद वह ग्रेटर नोएडा के रास्ते हरिद्वार आया जहां वह एक घर में 1० दिन रहा। वह कुछ दिनों के लिए ठाणे  गुजरात  उदयपुर और राजकोरी में भी रहा।

 

 

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