अखिलेश गुट से नहीं हुई सुलह, प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे मुलायम
अलग चुनाव लड़ने का कर सकते हैं एलान
नई दिल्ली: बेटे अखिलेश से तकरार के बीच मुलायम सिंह ने चुनाव आयोग से साइकिल चुनाव चिन्ह उन्हें सौंपने की अर्जी दी है. आज ही अखिलेश गुट भी आयोग को वो शपथपत्र सौंपना था जिसमें 229 में से 212 विधायकों के मुख्यमंत्री के पक्ष में होने की बात कही गई थी. लेकिन अब अखिलेश गुट 9 जनवरी यानी परसों चुनाव आयोग को जवाब देगा. नौ जनवरी को ही जवाब देने की आखिरी तारीख है.समाजवादी पार्टी दोफाड़ हो सकती है. मुलायम सिंह आज दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अलग चुनाव लड़ने का एलान कर सकते हैं, अखिलेश गुट से सुलह नहीं हो पाई है.पिता-पुत्र का झगड़ा नहीं सुलझा पाए आजम खान. कल रात मुलायम से आजम खान ने मुलाकात की थी. उनसे मिलकर ही मुलायम ने कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द की थी.
यूपी में चुनाव से ठीक पहले सत्तारूढ समाजवादी पार्टी के गले पड़ी मुसीबत अभी कम नहीं हुई है. मुलायम और अखिलेश के बीच तनातनी घटी नहीं है. कल आजम खान ने मुलायम से तो शिवपाल ने अखिलेश से मुलाकात की लेकिन बात फिर भी नहीं बनी. मुलायम ने तो अब चुनाव आयोग को चिट्ठी भेजकर साइकिल चुनाव चिन्ह पर अपना दावा ठोक दिया है . चिट्ठी में कहा है कि रामगोपाल द्वारा बुलाया गया अधिवेशन असंवैधानिक था क्योंकि उस समय वह पार्टी के महासचिव नहीं थे और राष्ट्रीय अधिवेशन सिर्फ राष्ट्रीय अध्यक्ष ही बुला सकता है.
उधर अखिलेश की हिमायत कर रहे उनके चाचा रामगोपाल यादव ने दावा किया है कि एसपी के कुल 229 में से 212 विधायकों ने मुख्यमंत्री के पक्ष में शपथपत्रों पर हस्ताक्षर किये हैं जबकि 68 विधान परिषद सदस्यों में से 56 ने और 24 संसद सदस्यों में से 15 अखिलेश के हक में हलफनामों पर दस्तखत किये हैं. ये सभी शपथपत्र चुनाव आयोग को दिये जाएंगे. साथ ही, पांच हजार डेलीगेट्स के शपथपत्र भी आयोग को सौंपे जाएंगे. एक तरफ अखिलेश और कांग्रेस के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं, दूसरी तरफ मुलायम और अखिलेश के बीच दूरियां बढ़ रही हैं. अमर सिंह ने दार्शनिक अंदाज में अखिलेश को नसीहत दी तो नरेश अग्रवाल ने अमर सिंह को खलनायक कह दिया.