
अखिलेश ने खोला राज, कब डांटते हैं मुलायम?

सीएम ने कहा कि उनका कार्यक्रम अचानक बना। उनकी ये बात अक्षरश: सही थी क्योंकि उनका आना बेहद जल्दबाजी भरा रहा। फिर भी वह दो घंटे रुके। मगर पूरे समय खुद सीएम जल्दबाजी में दिखे। आलम यह था कि सम्मानित करने वालों को खुद बार-बार हाथ का इशारा देकर बुलाते रहे और आगे बढ़ाते रहे।
सकल जैन समाज द्वारा यह कार्यक्रम सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के नागरिक अभिनंदन का था। मगर दुपहर में 10.30 बजे कार्यक्रम स्थल पर यह पता चला कि सपा सुप्रीमो नहीं आ रहे। कुछ ही देर में साफ हुआ कि मुख्यमंत्री आ रहे हैं। यह स्पष्ट होते ही पुलिस प्रशासनिक अमला और ज्यादा सतर्क हो गया। दोपहर 12.55 बजे मुख्यमंत्री का हैलीकॉप्टर कार्यक्रम स्थल के ऊपर दिखाई दिया।
मंगलायतन के पीछे बने हैलीपेड पर उतरने के बाद वह नवनिर्मित भवन का मुआयना करते हुए सही 1.30 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। इस दौरान पवन जैन, आईजी दुर्गाचरण मिश्रा, डीआईजी गोविंद अग्रवाल, डीएम हाथरस शमीम अहमद, एसपी हाथरस डॉ.अजयपाल ने उनकी अगवानी की। यहां मुख्यमंत्री ने पुलिस गारद की सलामी भी ली।
कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद सबसे पहले गोपालदास नीरज जी सहित वहां मौजूद लोगों से मुलाकात की। इसके बाद 1.45 बजे मंच पर पहुंचने के बाद सम्मान पाया। एक घंटे के कार्यक्रम के बाद 2.50 पर मंच से वापस चल दिए और 3 बजे उनका हैलीकॉप्टर लखनऊ के लिए उड़ गया।
विपक्षियों पर भी इशारों में ही किए कमेंट
चाहे जेएनयू मुद्दा हो। या फिर दलितों के प्रति विभिन्न दलों के रुझान की गतिविधियां हों। सभी पर मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए इशारों-इशारों पर कमेंट किया। उनका कहना था कि देश में जो बहस छिड़ी है, हम उस पर ध्यान नहीं दे रहे। हम तो गरीबों किसानों पर ध्यान दे रहे हैं। हमारा प्रदेश बहुत बड़ा है। इसलिए हमें इन बातों के लिए फुरसत नहीं है। हां, रहा सवाल भविष्य की राजनीति का तो हम अपने तीन साल के कार्यकाल में किए गए कार्यों के दम पर चुनाव लड़ेंगे। किसी से समझौता या करार का कोई मतलब नहीं होता।