अगर आप भी करते हैं सफेद चावल का सेवन, तो इन बातों का जरुर रखें ध्यान
ऐसे बहुत से लोग हैं जो चावल खाने के शौकीन होते हैं। चाहे वो दाल के साथ हो या राजमा या किसी दूसरी सब्जी के साथ लेकिन चावल की अपनी अलग जगह है। लेकिन क्या यह चावल आपको डायबिटीज जैसी बीमारी दे सकता है? आइए जानते हैं। दरअसल, चावल को लेकर की गई एक रिसर्च से सामने आया कि मार्किट में एक तरह का ऐसा चावल भी है जो लोगों को डायबिटीज बांट रहा है। पॉलिश हुआ सफेद चावल व्यक्ति में ‘टाइप 2’ डायबिटीज की आशंका बढ़ा देता है। जबकि बिना पालिश का भूरा सा दिखने वाला चावल ‘टाइप 2’ डायबिटीज के खतरे को कम करता है।
दरअसल भूरे चावल को मिल में पालिश करके सफेद चावल बनाया जाता है। इस वजह से इसके अधिकतर विटामिन और खनिज तत्व नष्ट हो जाते हैं। मिल में चावल के रेशे भी नष्ट हो जाते हैं। इसी बीच हारवर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की स्टडी में पता चला कि हफ्ते में पांच बार से ज्यादा सफेद चावल का सेवन टाइप 2 डायबिटीज की आशंका को बढ़ा देता है। वहीं भूरे चावल में सफेद चावल के मुकाबले अधिक रेशे होते हैं। उनमें खनिज, विटामिन और लाभदायक रसायनों की मात्रा भी ज्यादा होती है। इसको खाने के बाद खून में शुगर का स्तर भी सफेद चावल की तुलना में कम बढ़ता है।
सफेद चावल का सेवन करने के लिए बरतें ये सावधानियां
– ज्यादातर न्यूट्रिशनिस्ट का मानना है कि जो लोग डायबिटीज होने पर सफेद चावल खाना चाहते हैं, उन्हें कम या सीमित मात्रा में ही सेवन करें। एक सप्ताह में एक से दो बार ही चावल खाएं।
– सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस का सेवन अधिक करें। इस तरह सप्ताह में एक या दो बार कम मात्रा में सफेद चावल खा सकते हैं।
– ब्राउन राइस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर को नहीं बढ़ने देता है।
– आप सादा चावल न खाएं, उसमें कुछ हरी सब्जियों को डालकर पकाएं, ताकि उसकी पौष्टिकता बढ़ जाए। जैसे- गाजर, फली, मटर, सोयाबीन और प्याज आदि। इससे चावल के साइड इफेक्ट को कम करने के साथ ही पोषणयुक्त भी बना सकते हैं।
– रात के समय सफेद चावल का सेवन करने से बचें। क्योंकि इसके सेवन के बाद आपका शरीर अधिक देर तक आराम करता है और इससे शुगर लेवल बढ़ने का खतरा होता है।