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चंद्रग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये 8 काम

ज्योतिष डेस्क : 2019 का दूसरा चंद्रग्रहण आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन यानि 16 जुलाई को पड़ने वाला है। साथ ही इस दिन गुरु पूर्णिमा भी है। ग्रहण के दोषकाल वाले समय को सूतक कहा जाता है, जो ग्रहण से कुछ घंटे पहले ही शुरू हो जाता है। खंडग्रास चंद्रग्रहण रात 1:31 से शुरू होकर 17 जुलाई सुबह 4:31 बजे तक रहेगा। इस क्रम में चंद्रग्रहण के नौ घंटे पूर्व 16 जुलाई को सूतक लगने के कारण शाम 4:30 से मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे। ग्रहण के दौरान नकारात्मक शक्तियां ज्यादा हावी रहती हैं, जिनसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ग्रहण के दौरान भूलकर भी ये 8 काम नहीं करने चाहिए।
चंद्रग्रहण में गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया से भी दूर रहना चाहिए क्योंकि ग्रहण की छाया का कुप्रभाव से गर्भस्थ शिशु पर पड़ने का डर रहता है, जो बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदेह होता है। ग्रहण काल में गर्भवती महिलाएं एक नारियल हमेशा पास रखें और उसे अपने पास ही रखकर सोएं। चंद्रग्रहण के दौरान स्त्री-पुरुष प्रसंग से बचना चाहिए। इस दौरान संबंध बनाना अशुभ और परलोक में कष्टकारी माना गया है। इस समय गर्भधारण से संतान पर बुरा प्रभाव पड़ता है, ऐसा शास्त्रों का मत है। इस समय शरीर, मन तथा बुद्धि में सामंजस्य बनाए रखना चाहिए। सूतक काल से ही ध्यान रखें कि किसी भी गरीब व असहाय व्यक्ति या फिर अपने मां-बाप का अपमान ना करें। संभव हो तो इनकी मदद करें और इसको अपनी आदत बना लें। शास्त्रों में बताया गया है कि गरीब व असहाय का अपमान करने पर शनिदेव की बुरी नजर उस पर पड़ती है। ग्रहण के दौरान नकारात्मक शक्ति बहुत हावी रहती हैं, इस दौरान इनकी शक्तियां बढ़ जाती हैं। यह शक्तियां किसी को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं। बेहतर होगा कि ग्रहण के दौरान किसी भी सुनसान या श्मशान जैसी जगहों से जाने से बचें। ग्रहण के दौरान घर पर ही पूजा करें। सूतक काल से ही कोई भी शुभ कार्य करने से बचें, अन्यथा वह कार्य आपके लिए अशुभ बन सकते हैं। साथ ही इस दौरान बाल और नाखून काटने से भी बचें, वहीं सिलाई-कढ़ाई, भोजन पकाना और खाना आदि कार्य नहीं करने चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि नहीं आती है। ग्रहण के दिन घर में या बाहर किसी भी तरह के वाद-विवाद से बचना चाहिए, इससे घर का माहौल भी खराब रहता है। साथ ही घर में अशांति रहने से पितृगण की कृपा नहीं मिलती है। ग्रहण के दिन पितृगणों का ध्‍यान करें और उनका नाम लेकर कुछ दान करें। सूतक काल से ग्रहण खत्म होने तक बाहर खाना-पीना नहीं चाहिए। साथ ही किसी अनजान व्यक्ति कोई भी आपको कुछ भी खाने को दे तो नहीं लेना चाहिए। ग्रहण के दौरान कई लोग टोना-टोटका करते हैं। अगर कोई भी चीज दे तो उसकी जानकारी अपने घर पर जरूर दें।

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