पल्लेकल में श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे में महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर टीम इंडिया के संकट मोचक बनकर उभरे। पांचवें विकेट के लिए रोहित शर्मा के साथ नाबाद 157 रन की साझेदारी कर उन्होंने टीम इंडिया को सीरीज में 3-0 की अपराजेय बढ़त दिला दी। लेकिन इस दौरान धोनी ने नाबाद 67 रन की पारी खेली। इसके साथ ही धोनी के लिए श्रीलंकाई सीरीज एक बार और यादगार बन गई।
करियर का 299वां वनडे खेल रहे धोनी ने बतौर खिलाड़ी पल्लेकल में अपने 100 मैच पूरे किए। इस दौरान उन्होंने नाबाद 67 रन की पारी खेलकर वनडे में रन बनाने के मामले में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को पीछे छोड़ दिया। धोनी के नाम वनडे में अब 9434 रन हो गए हैं। रनों के मामले में अब उनसे आगे सचिन तेंदुलकर (18,426), राहुल द्रविड़(11,221) और सौरव गांगुली (10,768) रह गए हैं।
धोनी ने अब तक 299 वनडे मैचों की 254 पारियों में 51.55 की औसत और 87.99 की स्ट्राइक रेट से 9434 रन बनाए हैं। इसमें 9 शतक और 65 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं अजहरुद्दीन ने 334 वनडे की 308 पारियों में 54 बार नाबाद रहते हुए 36.92 की औसत और 74.02 के स्ट्राइक रेट से 9378 रन बनाए हैं जिसमें 7 शतक और 58 अर्धशतक शामिल हैं।
धोनी पल्लेकल नाबाद 67 रन की पारी खेलकर किसी एक टीम के खिलाफ साझा रूप से सबसे ज्यादा पचास रन की पारी खेलने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए। धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ 18वीं बार पचास रन से ज्यादा की पारी खेली। धोनी के साथ कुमार संगकारा साझा रूप से इस रिकॉर्ड के हकदार हैं। संगाकारा ने भारत के खिलाफ बतौर विकेट कीपर बल्लेबाज 18 पचास रन से ज्यादा की पारियां खेली थी।
पिछले मैच में धोनी ने 99 स्टंपिंग कर साझा रूप से वनडे में सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने वाले विकेट कीपर बने थे। ऐसे में उनके पास स्टंपिंग का शतक पूरा करने का मौका भी इस मैच में था लेकिन वो इस मैच में ऐसा नहीं कर पाए। अगले मैच में धोनी 300वनडे खेलने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। इस दौरान वो ये अनोखा शतक भी पूरा कर सकते हैं।