मुंबई। बीसीसीआई सचिव और सांसद अनुराग ठाकुर का बोर्ड का अगला अध्यक्ष बनना तय है। बीसीसीआई की 22 मई को होने वाली विशेष साधारण सभा (एसजीएम) में इस फैसले पर मोहर लगेगी। शशांक मनोहर द्वारा बबीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ने की वजह से यह पद खाली हुआ है। मनोहर आईसीसी के पहले स्वतंत्र चेयरमैन चुने गए।
दुनिया के सबसे शक्तिशाली खेल संगठन के पद के लिए अनुराग ठाकुर का दावा मजबूत है और उन्हें कोई चुनौती मिलने की संभावना नहीं है। पूर्व क्षेत्र के सभी छह इकाइयों द्वारा उन्हें नामांकित किए जाने की वजह से ऐसा होगा। ठाकुर के अध्यक्ष चुने जाने की वजह से खाली होने वाले सचिव पद पर अजय शिर्के की ताजपोशी होने की उम्मीद है।
अध्यक्ष पद के लिए पूर्व क्षेत्र की कम से कम एक इकाई से नामांकन आवश्यक है और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी), नेशनल क्रिकेट क्लब ऑफ कोलकाता, ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन, असम क्रिकेट एसोसिएशन, झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन और त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन सभी ने ठाकुर को नामित किया है। असम के अध्यक्ष गौतम राय ने कहा कि उनके संघ ने दो दिनों पहले ही ठाकुर का नामांकन भेज दिया है।
महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के शिर्के ने आईपीएल 2013 स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण की वजह से बीसीसीआई कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। शिर्के को शरद पवार और शशांक मनोहर का करीबी माना जाता है। अब उनका बीसीसीआई सचिव बनना तय है। वैसे तो वे साल में 6 महीने लंदन में रहते है, लेकिन यह पद संभालने के बाद वे अधिकांश समय भारत में रहेंगे। शिर्के लोढ़ा समिति की सिफारिशों के कट्टर आलोचक रहे है, इन सिफारिशों के चलते बोर्ड के वर्तमान ढाचे पर खतरा मंडरा रहा है।
वैसे शिर्के के अलावा कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव ब्रजेश पटेल भी सचिव पद के दावेदार माने जा रहे हैं। जगमोहन डालमिया और एन श्रीनिवासन के साथ काम कर चुके पटल ने कर्नाटक क्रिकेट की दशा और दिशा बदली। उनकी अगुआई में कर्नाटक पूर्व टेस्ट और रणजी क्रिकेटर्स को सदस्यता प्रदान करने वाला पहला राज्य बना।