अब इस नए तरीके से आसानी से छूट सकेगी स्मोकिंग की लत
एक स्टडी के मुताबिक, जो लोग स्मोकिंग छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, अगर उन्हें खुद निकोटीन इनटेक पर नजर रखने के लिए कहा जाए तो वे अपनी इस आदत को छोड़ने में कामयाब हो सकते हैं. यह स्टडी ‘क्वीन्स मैरी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन’ के शोधकर्ताओं ने की है जिसे जर्नल एडिक्शन में प्रकाशित किया गया है. इस स्टडी में कहा गया कि निकोटीन की डोज तय करने का फैसला स्मोकर्स पर ही छोड़ देना चाहिए.
स्टडी के लेखक और क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के दुंजा प्रजूली ने बताया, जब लोग धूम्रपान करते हैं तो वे निकोटीन इनटेक का फैसला खुद करते हैं जबकि जब वे छोड़ने की कोशिश कर रहे होते हैं तो ट्रीटमेंट के हिसाब से उनकी निकोटीन की डोज तय कर दी जाती है. यह पैमाना कुछ लोगों के लिए बहुत कम हो सकता है और वे वापस स्मोकिंग की आदत पकड़ सकते हैं. उन्होंने कहा, मेडिसिनल निकोटीन प्रोडक्ट की कम मात्रा की वजह से ट्रीटमेंट में बहुत कम सफलता मिलती है. अब इसमें सुधार की जरूरत है.
स्टडी के लेखक ने कहा, हमारी स्टडी यह बताती है कि स्मोकिंग छोड़ने की कोशिश कर रहे लोगों को यह छूट देनी चाहिए कि वे कितनी निकोटीन डोज ले सकते हैं. लोग अपनी जरूरत के हिसाब से धीरे-धीरे निकोटीन की डोज कम कर सकते हैं.