अब बच्चों को भी लगेगी कोरोना की वैक्सीन, इस देश ने दी बड़ी अनुमति
नई दिल्ली: दुनिया भर में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी है। इस जंग में अब एक और नया कदम उठाया गया है। कोरोना के खिलाफ कवच मानी जाने वाली वैक्सीन अब तक बड़ों के ही लगाई जा रही थी, अब बच्चों को वैक्सीन लगाने की अनुमति मिल गई है। यूरोपीय संघ (ईयू) ने 12 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए मॉडर्ना कंपनी की कोविड वैक्सीन ‘स्पाइकवैक्स’को मंजूरी दे दी है।
यूरोपियन मेडिसिन्स वॉचडॉग ने शुक्रवार को 12 से 17 साल की उम्र के बच्चों के लिए मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन को इजाजत दे दी। ये वैक्सीन बच्चों को दो डोज में दी जाएगी। दोनों डोज के बीच चार हफ्ते का अंतराल होगा। यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने कहा कि 12 से 17 वर्ष की आयु वर्ग के 3,732 बच्चों पर स्पाइकवैक्स का ट्रायल किया गया था, जो सफल रहा। उस दौरान पता चला कि सभी बच्चों में पर्याप्त एंटीबॉडी विकसित हुई। इतनी ही एंटीबॉडी 18 से 25 आयुवर्ग में भी देखी गई थी।
गौरतलब है कि मॉडर्ना की वैक्सीन को जनवरी 2021 में यूरोपीय संघ के 27 देशों में मंजूरी मिली। ये वैक्सीन अब तक 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को दी जा रही है। ब्रिटेन, कनाडा, अमरीका में भी इसे लाइसेंस दिया गया है। अभी तक फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन ही यूरोप और उत्तरी अमरीका में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए स्वीकृत एकमात्र वैक्सीन है। गौरतलब है कि भारतीय कंपनी भारत बायोटेक ने भी वैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल शुरू किया है। अगले सप्ताह दो से छह साल की आयु वर्ग के बच्चों पर कोवैक्सीन टीके के दूसरे चरण का ट्रायल शुरू होगा।