अब मेडिकल के छात्रों का डाटाबेस वेवसाइट पर करना होगा अपलोड
अब निजी व सरकारी मेडिकल कॉलेजों को अब अपनी असल स्थिति वेबसाइट पर सार्वजनिक करनी होगी। इस संबंध में एमसीआइ ने संस्थानों को निर्देश जारी किए हैं।
देहरादून: निजी व सरकारी मेडिकल कॉलेजों को अब अपनी असल स्थिति वेबसाइट पर सार्वजनिक करनी होगी। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने इसे लेकर संस्थानों को निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत कॉलेजों को छात्रों का डाटा और पाठ्यक्रम के अनुमति पत्रों तक को वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। एमसीआइ ने देशभर के सभी मेडिकल कॉलेज, आयुर्विज्ञान संस्थान, सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग, राज्य आयुर्विज्ञान परिषदों के सभापति और विवि के कुलपति के लिए निर्देश जारी किए हैं।
इसमें कहा गया है कि दाखिले की अंतिम तारीख के बाद विभिन्न मेडिकल कॉलेज में खाली सीटों से संबंधित मामले में मॉनिटरिंग उप समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इसमें दाखिला प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही लाने की दृष्टि से निर्णय लिया गया था कि मेडिकल कॉलेजों के प्राधिकारियों को दाखिल किए छात्रों की पूरी सूची कॉलेज की वेबसाइट पर डालनी चाहिए।
सूची छात्र-छात्राओं की ओर से एमबीबीएस की अंतिम परीक्षा उत्तीर्ण कर लेने और राज्य आयुर्विज्ञान परिषद में पंजीकरण प्राप्त कर लेने तक वेबसाइट पर डालनी होगी। सूची में परिवर्तन की स्थिति में कॉलेजों को सूची अपडेट करनी होंगी।
इसके लिए विवि व कॉलेज को वेबसाइट पर एडमिशन लिंक अनिवार्य रूप से बनाना होगा। जहां यह तमाम जानकारी सुरक्षित रहेंगी। इसके साथ ही संस्थानों को एमबीबीएस में दाखिले के लिए न्यूनतम मानक शर्तें नियमावली 1999 के तहत मेडिकल कॉलेजों को अपने पाठ्यक्रमों के लिए अनुमति व मान्यता से संबंधित सभी सूचना कॉलेज की वेबसाइट पर डालने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा किसी मेडिकल कॉलेज को दी गई अनुमति व मान्यता से संबंधित दस्तावेजी साक्ष्य भी निर्धारित फॉर्मेट में वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे। यह तमाम जानकारी भी वेबसाइट पर विशेष लिंक पर उपलब्ध होंगी।