दिल्ली के लाल किले के पास होने वाले राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के लिए आज ‘जल-मिट्टी रथ यात्रा’ को रवाना किया गया .केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ‘जल-मिट्टी रथ यात्रा’ को झंडी दिखाकर रवाना किया गया .बता दें कि यह महायज्ञ 18 से 25 मार्च तक चलेगा.
इस मौके पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम दूसरे देशों में रहने वाले लोगों के दिलों में दहशत पैदा करने के लिए बलवान नहीं बनना चाहते हैं, बल्कि हम विश्व गुरु बनना चाहते हैं. राजनाथ ने कहा इस रथ यात्रा के उद्देश्यों पर रोशनी डालते हुए गृहमंत्री ने कहा कि इस जल-मिट्टी रथ यात्रा में देश की सीमाओं की मिट्टी और चार धाम का जल लेकर आएंगे. यह महायज्ञ देश की एकता और अखण्डता के लिए किया जा रहा है .
उल्लेखनीय है कि यह राष्ट्रीय रक्षा महायज्ञ देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात जवानों के त्याग और संघर्ष को समर्पित किया गया है.इस यज्ञ कुंड के लिए जम्मू-कश्मीर की सीमा के अलावा डोकलाम की मिट्टी और जल लाया जाएगा. शत्रु विनाशिनी माँ बगुलामुखी के आह्वान के साथ शुरू होने वाले 108 कुंडीय इस महायज्ञ में 1111 ब्राह्मण 2.25 करोड़ मंत्रों का उच्चारण करेंगे. इस आयोजन के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी न्योता दिया गया है.